15th August !
हां...वो वही दिन था
जब आजादी मिली थी हमारे देश को !
उन शहीदों की वीरता का फल था...
हर जवानों की कुर्बानी का वो दिन था ।
हां...वो वही दिन था !
जब जब हमारे देश पर उठी गुलामी की जंग...
तब तब हुई थी आजादी की जंग ।
हां...आजादी के ही वो दिन थे !
उन अंग्रेजो के राज के खात्मा का वो दिन था...
हमारे देश को नई रोशनी मिलने का वो दिन था ।
हां...वो वही दिन था !
उस सोने की चिड़िया की उड़ान का वो दिन था...
उन २०० बरस के बाद का वो पहला सुनहरा दिन था ।
हां...वो वही दिन था !
कुछ अलग ही थे हवाओ के रंग...
जैसे था कोई नया ही नजारा नया ही ज़माना ।
नवभारत का ऐलान भी हुआ था...
जश्न भी मनाया था और मैयत भी मनाई थी ।
हां...वो वही दिन था !!
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