किसी ने पूछा: सोचो तुम्हें करोडो की लॉटरी लग जाए तो क्या खरीदोगे।मैंने कहा: कुछ लोग खरीदूंगा, कुछ लोगो की सोच खरीदूंगा।यहाँ सब बिकता है, मैं वह हर चीज़ खरीदूंगा जो चीज़े मैंने पैसो की वजह से गवाई.. -
किसी ने पूछा: सोचो तुम्हें करोडो की लॉटरी लग जाए तो क्या खरीदोगे।मैंने कहा: कुछ लोग खरीदूंगा, कुछ लोगो की सोच खरीदूंगा।यहाँ सब बिकता है, मैं वह हर चीज़ खरीदूंगा जो चीज़े मैंने पैसो की वजह से गवाई..
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वो मुहब्बत ही क्या जिसमे जलील होना पड़े,वो मुहब्बत ही क्या जिसमे कड़वी बातें सुनना पड़े,वो मुहब्बत ही क्या जिसमे आपके किरदार पर सवाल उठे,वो मुहब्बत ही क्या जिसमे हर तरह तोड़ के बोले मुहब्बत तुमसे है।। -
वो मुहब्बत ही क्या जिसमे जलील होना पड़े,वो मुहब्बत ही क्या जिसमे कड़वी बातें सुनना पड़े,वो मुहब्बत ही क्या जिसमे आपके किरदार पर सवाल उठे,वो मुहब्बत ही क्या जिसमे हर तरह तोड़ के बोले मुहब्बत तुमसे है।।
कहानी एक है किरदार अलग है दिल टूटता सबका है मगर प्यार अलग है|| -
कहानी एक है किरदार अलग है दिल टूटता सबका है मगर प्यार अलग है||
मिल जाती अगर बादशाही एक दिन भी मुझे..रियासत में, तेरी तस्वीर के सिक्के ही चलाते.. -
मिल जाती अगर बादशाही एक दिन भी मुझे..रियासत में, तेरी तस्वीर के सिक्के ही चलाते..
चल आ एक ऐसी नज़्म कहूँजो लफ़्ज़ कहूँ वो हो जाएबस अश्क कहूँ तो एक आँसूतेरे गोरे गाल को धो जाएतुम इश्क़ लिखो और मुझे हो जाए।। -
चल आ एक ऐसी नज़्म कहूँजो लफ़्ज़ कहूँ वो हो जाएबस अश्क कहूँ तो एक आँसूतेरे गोरे गाल को धो जाएतुम इश्क़ लिखो और मुझे हो जाए।।
एक बार फिर से मिलना हैं तुमसे ,पहले की तरह। -
एक बार फिर से मिलना हैं तुमसे ,पहले की तरह।
बचपन से था माँ पापा के साथ,पर उनका प्यार कभी मिला नहीं, सिर्फ़ मिला उनका पैसा ।तरसता रहा उनके प्यार के लिए हर दिन,पर कभी नहीं मिला, वह मीठा सपना बिन।फिर एक दिन वो लड़की आई मेरे जीवन में,मोहब्बत की आग में, मैं हुआ बेहाल और बेहद बेबाक।लेकिन उसने भी मुझे छोड़ कर दिया तन्हा,फिर से धड़कता रहा दिल मेरा उनकी यादों का साथ।अब गुमनाम हूँ मैं, खुद से अनजान,जिंदगी चलती रही, बिना मोहब्बत के ज़िन्दगानी के अधूरे ख्वाब के साथ। -
बचपन से था माँ पापा के साथ,पर उनका प्यार कभी मिला नहीं, सिर्फ़ मिला उनका पैसा ।तरसता रहा उनके प्यार के लिए हर दिन,पर कभी नहीं मिला, वह मीठा सपना बिन।फिर एक दिन वो लड़की आई मेरे जीवन में,मोहब्बत की आग में, मैं हुआ बेहाल और बेहद बेबाक।लेकिन उसने भी मुझे छोड़ कर दिया तन्हा,फिर से धड़कता रहा दिल मेरा उनकी यादों का साथ।अब गुमनाम हूँ मैं, खुद से अनजान,जिंदगी चलती रही, बिना मोहब्बत के ज़िन्दगानी के अधूरे ख्वाब के साथ।
सुना था शिद्दत से चाहो तो पूरी क़ायनात उससे मिलाने में लग जाती है!झूठ हैमुझसे हर वो चीज दूर हो गई जिससे शिद्दत से चाहा था !! -
सुना था शिद्दत से चाहो तो पूरी क़ायनात उससे मिलाने में लग जाती है!झूठ हैमुझसे हर वो चीज दूर हो गई जिससे शिद्दत से चाहा था !!
अब इतना अकेला हो गया हूं कि अब तन्हाई भी साथ छोड़ के चली गई। -
अब इतना अकेला हो गया हूं कि अब तन्हाई भी साथ छोड़ के चली गई।
क्या दुनिया में सारे रिश्ते पैसे ही चलता है?? -
क्या दुनिया में सारे रिश्ते पैसे ही चलता है??