हमसे रिश्ते उनके बहुत खासे हैं...!
जब हम उनके काम आते है..!-
बस टाइम पास करता हूं..।
अपने मामूली से शब्दों को...
यहां ख़ास करता हूं..।... read more
अच्छा-बुरा,
सही- गलत,
दोस्ती- प्यार,
ये सब जरूरत की बात हैं, मेरी जान...!-
जिसको जैसा पसंद आऊ वो वैसा रखे मुझे,
दोस्त, भाई, आशिक, दुश्मन सब अच्छा हूं मैं...!-
जिसको जैसा पसंद आऊ वो वैसा रखे मुझे,
दोस्त, भाई, आशिक, दुश्मन सब अच्छा हूं मैं...!-
अंग्रेजो के कानून ही सही थे..।
साहब
अपने खिलाफ बोलने वालो को की फांसी सजा दे देते थे..।
हमारे यहां तो देश के खिलाफ़ बोलने वाले को
पार्टी में सीट और जमीन दी जाती है..।
सरकार से आग्रह निवेदन देश के खिलाफ़ बोलने वाले को तुरंत फांसी दो...
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मेहनत और परिश्रम से अपना वक्त नहीं बदला जा सकता,
ऐसा होता तो
जनाब,
यहां मजदूर सबसे अमीर होता।
आपके अच्छे और बुरे कर्म ही,
आपका समय और किस्मत बदल सकते हैं।-
हां जी मोहब्बत मेरी एक तरफा थी..।
मैने ही आपको चाहा था..।
मैने आपसे कभी जिक्र भी नहीं किया..।
पर आपकी नजरों का तोड़ा सा तो कसूर था..।
मैने आपकी नजरों को पढ़ा है,
वो मुझसे कुछ और ही कह रही थी..।
बाकी कोई दिक्कत नहीं हैं,
पहले नजरे सिर्फ आपको तलाशती थी...
अब खुद को ढूंढेगी....।-