neha Tiwari   (Neha ✍️)
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Joined 11 January 2021


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Joined 11 January 2021
31 OCT 2022 AT 11:47

पाने को कुछ नहीं, ले जाने को कुछ नहीं;
उड़ जाएंगे एक दिन,तस्वीर से रंगों की तरह
हम वक्त की टहनी पर...बैठे है परिंदों की तरह खटखटाते रहिए दरवाजा...एक दूसरे के मन का; मुलाकातें ना सही,आहटें आती रहनी चाहिए
ना राज़ है..."जिंदगी
ना नाराज है..."ज़िन्दगी"
बस जो है वो आज है...जिन्दगी"

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30 JUN 2022 AT 11:14

मैं भूल जाता हूं हर बार, तुम्हें भूला देने का वादा खुद से..!!🥀

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8 JUN 2022 AT 14:23

रह जानी चाहिए कुछ बातें अधूरी भी हमारे बीच,
किसी दिन उन्हें पूरा करने ही सही,
तुम मुझसे मिलने की इच्छा तो रखोगे...!!!❤️

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27 MAY 2022 AT 12:26

तेरी कामयाबी पर तारीफ़, तेरी कोशिश पर ताना होगा।
तेरे दुख में कुछ लोग, तेरे सुख में ज़माना होगा।

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26 MAY 2022 AT 14:32

ये दोस्त दोस्त क्या लगा रखा है,
मतलब से तो तूने हमे दोस्त बना रखा है,
एक दफा तुमसे शिकायत क्या कर दी हमने,
दिल दुखा तुम्हारा, याद कर तूने तो दोस्ती को हमारी
कितनी मरतबा अजमा रखा है...!

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12 APR 2022 AT 17:09

जुनून कम है तो मुझसे शायरी कम हो रही हैं,
तुम्हें पाकर मेरी दीवानगी कम हो रही हैं ।।
🍁

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13 OCT 2021 AT 11:34

पहले ख़त में लिख कर मिटाता था,
अब मोबाइल में कहीं छुपाता है..

दिल की बात ज़ाहिर करने में,
आज भी दिल थोड़ा घबराता है..

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19 JAN 2022 AT 16:29

जो मेरा है वो सब कुछ तुम्हारा भी है,
फ़िर ओर क्या दूं मैं तुम्हें,

मेरी उम्र मेरी खुशियां लग जाएं तुम्हें,
ये तो कब का कह दिया था मैंने,

मन्दिर, मस्जिद, गुरुद्वारे,
हर जगह खुद को झुका दिया है मैंने,

मुझे समझ ही नहीं आता,
अब कौन सी दुआएं दूं तुम्हें,
तुम्हें हर एक दुआ हजार बार दिया है मैंने,

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6 JAN 2022 AT 14:50

अश्कों की हम नदी बहाते गये,
कहना था जो वही छुपाते गये!

जितने तेरे क़रीब आते गये,
पाँव उतने ही लड़खड़ाते गये!

ये हक़ीक़त है या हुनर कोई,
रोते में भी वो मुस्कुराते गये!

इश्क भी हमको आज़माता गया,
इश्क को हम भी आज़माते गये!

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15 DEC 2021 AT 10:02

इम्तिहान लफ़्ज़ों का कुछ ऐसे बुनना है,
कलम की झोली से शब्द कुछ ऐसे चुनना है।

कि रात चाँदनी भी हो गर फिर भी तन्हा ही लगे,
सुबह की पहली लोरी में चिड़ियों को सुनना है।

हो मोहक इतना सुर कि कहीं शोर ना मिले,
मुझे सोच की हर संकरी गलियों में घूमना है।

माना मुश्किल है स्याही का ये मुकाम,
मुझे आसमान की कश्ती में बेफिक्र ही उड़ना है।

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