Neha Surender Kr Adhana  
64 Followers · 10 Following

क्या लिखूँ कुछ पास नहीं ,अपने पास कुछ भी खास नहीं..
Joined yq on 29th October 2018
Joined 29 October 2018


क्या लिखूँ कुछ पास नहीं ,अपने पास कुछ भी खास नहीं..
Joined yq on 29th October 2018
Joined 29 October 2018



बाढ अकेले कहाँ आती
साथ ले आती है
तबाही,
पानी का सैलाब,
तेज बहाव,
दलदली मिट्टी,
मलबा,
भूस्खलन,
असंख्य पत्थर,
संक्रमण,
निराशा
और
बिछोह
अपनो से,
सपनो से,
और जिन्दगी से...
©Neha Surender Kr.Adhana

-


11 APR AT 14:32

सालों के बाद आज फिर
मिलने वालों के
खुशी से मुस्कुराते चेहरे..
मुलाकात के बीच के जो पल है,
इनके बीत जाने का बेसब्री से इन्तजार करते,
मुस्कुराते चेहरों की चमक
काश कोई उन तक पहुंचाएं
जो इन पलों में शामिल ना हो पाएं...
©Neha Surender Kr.Adhana

-


23 MAR AT 15:46

Respected Madam,

I want to express my heartfelt gratitude for your guidance and support throughout my research journey. This achievement would not have been possible without your expertise and encouragement. Your influence has shaped my research and inspired me to grow as a better person.

Thank you once again Ma'am for everything.

Sincerely,
Neha

-


23 MAR AT 15:17

Respected Madam,
Prof. Archna Singh

I want to express my heartfelt gratitude for your guidance and support throughout my research journey. This achievement would not have been possible without your expertise and encouragement. Your influence has shaped my research and inspired me to grow as a better person.
Thank you once again Ma'am for everything.


Sincerely,
©Neha Surender Kr.Adhana

-


19 DEC 2024 AT 14:44


#PuVi

वो सरल,
सरस और
मासूमियत से भरी ,
उसे हमसफर भी
कुछ अपना सा मिला
यूँ तो कुछ कमी नहीं थी
उसकी जिंदगी में...
फिर भी दुआएं है
इन दोनों को हर जन्म
साथ एक दूजे का मिले..
©Neha Surender Kr.Adhana






-


23 MAR 2023 AT 1:30

#वो
अनगिनत बातें ,
और ढेरों शरारतें।
धमा-चौकड़ी,
हँसना -हँसाना,
खिल-खिलाकर
मुस्कुराना।
बच्चों में बच्चों सी ,
बडों में बडों सी।
हमारे बचपन
की यादगार साथी।
हमारी बातों में
और यादों में
हमेशा साथ रहेंगी...🪔🪔🙏🏻🙏🏻
©Neha Surender Kr.Adhana


-


10 MAR 2022 AT 17:32

#खेल
#हार-जीत
कहीं जीत की खुशी थी
कहीं हार का गम।
कुछ चेहरे मुस्कुराएं ,
कुछ आँखें हुई नम।
कहीं नए दोस्त बने,
कहीं पुराने भी छूट गए।
कुछ ने की जश्न की तैयारी,
कुछ की योजना रह गई अधूरी।
किसी ने गले में पहने जीत के हार,
किसी को मिली सौगात में हार ही हार।
कुछ ने सपने नए बुनें,
कुछ के पुराने भी टूट गए ।
कोई जश्न के सैलाब में था,
कोई अकेले ही उदास था।
शायद इसी का नाम
खेल था,
जिसके अंत से
हर कोई अनजान था।
©Neha Surender Kr. Adhana




-


1 FEB 2022 AT 19:49

वो खुश है ,
क्योंकि खुशी की बात है..
उसके हाथों में एक
नन्हीं सी जान है,
आंखो में चमक
और होठों पर
मुस्कान है,
हर लफ्ज़ में
दुआओं की सौगात है।
देने वाले की वो
मन से शुक्र गुजार है ..
वो खुश है ,
क्योंकि खुशी की बात है..
आंगन में किलकारियां
गूंजने को तैयार है,
आंखो में सजें
सपनें हजार है,
वो भी ममत्व से सजी ,
माँ बनने को तैयार है..
वो खुश है,
क्योंकि खुशी की बात है..
©Neha Surender Kr.Adhana






— % &

-


17 JUL 2021 AT 10:40

#बाबुल
बाबुल तेरा आंगन
आज हुआ है सूना।
ना नीम रहा,
ना बाबा।
देहरी पर तेरी पसरा
आज कैसा सन्नाटा?
बाबुल तेरे आंगन की शोभा
आज हुई क्यों फीकी
तेरी देहरी पर आकर,
हर शख्स क्यों लौटा खाली??
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
©Neha Surender Kr. Adhana


-


27 OCT 2020 AT 22:50

काम बचा है थोड़ा सा,
पर हसरतें बढती जा रही है।
जिन्दगी ना जाने ,
किन चक्करों में फंसती जा रही हैं।
आंखें बोझिल हुई,
फिर भी खवाब बुनती जा रही है।
जितना सुलझाया ,
जिन्दगी उतना ही उलझती जा रही है ..
©Neha Surender Kr. Adhana

-


Fetching Neha Surender Kr Adhana Quotes