तू एक बार कुबूल कर,
मैं हर बार तेरा सजदा करूं!
तू एक बार इश्क कह,
मैं हर बार तुझे इबादत कहूं!
तू एक बार हाथ थाम,
मैं हर बार तेरा साथ चुनूं!
तू एक बार मेरा हो जा,
मैं हर बार सिर्फ तेरी बनूं!-
बस शब्दों में उलझना और उलझाना पसंद है🤪
🎈Moody(कभी भी mood swings हो... read more
मोहब्बत है तो होंठों से कहना भी सीख लो,
वो जमाने गए, जब लोग नजरों को इश्क की भाषा कहते थे।-
जरूरी है मियां! आजकल इश्क की तालीम भी।
कमबख्तों ने अपनी हवस को इश्क का नकाब पहना रखा है।।-
सोचा, एक बार हम भी इश्क के मयखाने देख आएं,
फिर राह में बरबाद आशिकों को देख, सारा नशा उतर गया।।-
किसने कहा मुझे मोहब्बत में विश्वास नहीं?
किसने कहा मेरे जहन में किसी की तस्वीर नहीं?
वो रहता है, मेरी बनाई छोटी सी दुनिया में,
वो झलकता है मेरे लिखे किरदारों में,
वो सांवला सा रंग, वो गहरी सी आंखें,
वो सुर्ख होंठ और वो बेपरवाह सी मुस्कान।
वो सिमट जाता है "अर्जुन" के तरफा प्यार में,
फिर नजर आता है "आरंभ" की शरारतों में।
मैंने महसूस किया है उसे "नक्षत्र" के गुस्से में,
"लिटिल टाइगर" के लिए "विद्युत" के जुनून में।
हां! वो है "ईशानी" के लिए "रुद्राक्ष" के इंतजार में,
"अहाना" के लिए "साहिल" के छुपे प्यार में।
मैंने पाया है उसे "पाविनी" के लिए "आर्यन" के सब्र में,
"शौर्य" के लिए "युवराज" की खामोश फिक्र में।
जब "अघन्या" खो गई थी "अरहान" की सादगी में
तब झलक पड़ा था वो "अभिमन्यु" के त्याग में।
यूं ही मिलेगा वो फिर....मेरी लिखी हर कहानी में,
क्योंकि वो रहता है, हर वक्त मेरे ख्यालों में।-
अजी! किसने कहा,
काला रंग किसी सांवले के लिए नही,
देखोगे हमें आइने में तो कहोगे,
मेरी जान! तुमसा इस जहां में कोई नही।-
बात इतनी भी बड़ी नही थी कि तुम यूं रिश्ता तोड़ कर चले गए।
सच कहो...इंतजार कर रहे थे ना,
इसी वक्त का...जहां मुझसे छोटी सी गलती हो,
और तुम मुझे छोड़ने का बहाना ढूंढ सको,
अरे यही बात थी तो एक बार कह देते मेरी जान!
हम मुस्कुराकर तुम्हे अलविदा कह देते।
हमने कहा था ना...
कि मोहब्बत जब तक हो सके बस तब तक करना,
जब छोड़ कर जाने का मन हो एक बार कह देना,
परवाह न करना कि हम तुम्हारा हाथ पकड़ रो पड़ेंगे,
मत सोचना कि शायद तुमसे रुकने के लिए कहेंगे।
प्यार है तुमसे ...बदले में तुम भी करो ये कभी नही चाहा,
हां तुम सुकूं हो हमारा..मगर वो हमने ताउम्र के लिए नही मांगा।
तुमसे प्यार करने के लिए तुम्हारे होने की जरूरत नही,
हमें मुस्कुराने के लिए हर सुबह तुम्हें देखने की जरूरत नही,
हम काफी हैं खुद के लिए,
जिदंगी को अकेले ही खुलकर जीने के लिए।
हां तुम साथ होते तो जिंदगी समझने के लिए एक और नजरिया मिल जाता।
पर ठीक है... तुम्हारे जाने के साथ ही जिंदगी का एक सबक हमें मिल गया।-