तकलीफ़ होती है जब सब
तुम्हारे कारण एक साथ
मेरे ऊपर चढ़ जाएं और आवाज
ऊंची रखने लग जाएं तो जिस दिन
तुम अपनी आवाज ऊंची रखते हो उस
दिन सब लोग उसी स्वर में बात
करने लगते हैं-
आखिर क्या कमी रह गई मुझमें
बस इतना न कि मैं छोटी सी चीजों
पर ध्यान नहीं देती मगर अब देंगे
हम अब कई बार बोल दिया तुमने
इस विषय पर माना कि जिम्मेदारी ध्यान
देने की मेरी हैं तो देंगे हम-
काम अधूरे छोड़ दिए
तुमने जो कम तुमने साथ में लिया
हैं उसे तो पूरा कर दिया करो ऐसा तो
हैं नहीं कि तुमको कोई कुछ बोल रहा है
अगर हम तुम्हारे साथ लगे हुए हैं तो दूसरा
जो काम तुम्हारे पास है उसे तो पूरा कर दिया करो-
जब व्यक्ति किसी बात से
परेशान रहे और हम उनसे
बात करते रहे या उस विषय पर
पुछते रहे तो उन्हें वो चीज याद
आने पर चीजों को तहस महस
करने की स्थिति पर उतर आता है जिससे
वहां पर पड़ी हर वस्तु का भयंकर नुकसान
होने लगता है-
जो मेरे साथ हैं मैं
उसके साथ हमेशा खड़ी
रहूंगी क्योंकि वे हमारे साथ
मिलकर हमारे हर काम में मदद
करते हैं ताकि जल्दी से आराम मिल
जाए-
अभी और मेहनत करो
तो सब हो जाएगा किसी भी
चीज से भागो मत सब तुमको
ही करना है अब तक तो जो
साथ में हैं वह तुम्हारे साथ हाथ
बढ़ा रहे हैं फिर उनके चले जाने के
बाद वही सब अकेले ही करना है
हर छोटी छोटी चीजों का ध्यान
रखना सीखना है जो ज़रूरत नहीं है
उसे फेंक देना है-
तुम्हारी नजरें जैसे सबकी नजर
होने लग जाएगी अगर सोच
अच्छी रखो और विश्वास के साथ
प्रेम से रहो तो मगर तुमने उम्मीदों
की डोर इस तरह से बांध रखी जो
पूरी न होने पर सबके मन में एक
आग झुलसने लगती है उस मुताबिक
नज़रिया बना रहता है-
तेरी धून में सभी
पेश आने लगते हैं इज्जत
और अहमियत देना तो तुम्हारे हाथ में है
अगर वो तुम नहीं दोगे तो घर का
कोई भी सदस्य वह देना नहीं
चाहेगा सब तुम पर निर्भर करता है
कि तुम किस तरह से साथ में रहते हो-
सही कहते हो तुम
मुझे तो कुछ नहीं आता
इसलिए तो तुम दुसरी की
प्रशंसा करने लगते हो
मगर तुमने ये कभी नहीं सोचा कि
उसे भी शुरूआत में कितना
कुछ झेलना पड़ा होगा तब चलकर
वे अपने जीवन में सक्षम हो पाएं हैं-
सबकुछ पास होकर भी हम
खुश नहीं रहते क्योंकि हम
उस चीज से संतुष्ट रहने में हिचकिचाते
हैं दुसरो की सुंदर चीज को देख
हमें उसे लेने का लालच हो जाता है
इसलिए हम अपने पास पड़ी चीजों की
कद्र नहीं कर पाते हैं-