SUN and MOON
Without sun,
moon can't shine....-
मेरी नन्ही सी दुनिया में
सिर्फ ममतामई मां नहीं,पिता भी होते हैं,
ठीक नारियल की तरह, ऊपर से कठोर अंदर से कोमल
सफेद फल !
मां की आंखें होती है तरल,
पिता की बड़ी-बड़ी आंखों में होता है हिम्मत और बल।
मां आंसू पोछ दर्द छुपाती और
पसीने से तरबतर पिता पीते हैं आंसू की घूंट,
एकदम चुप!
नहीं होते कभी मायूस
बच्चों को देखना चाहते हर पल खुश।
सचमुच पिता बच्चों के दिल में होते हैं
खुशियों का त्योहार, नए कपड़े,
खिलौने, मिठाई के दोने, एक बड़ा सा बाजार
यानी जहां मिलता है प्यार,
केवल प्यार, पिता का सच्चा प्यार !
अरे प्यार की बातों में होते हैं कुछ शब्द
"कुछ भी करना बच्चों सिर्फ़
कुछ बुरा मत करना..... ॥-
गिरा हूं पर उठूंगा,
हारा हूं पर जीतूँगा,
लङा हूं और लङुगा,
बस कुछ वक्त की बात है
यकीनन मैं सबसे आगे रहूंगा ||-
पापा सिर्फ पापा नहीं होते
मां के सीने से चिपक सोती गुड़िया सी नन्ही बेटी,
बार बार चिहुक कर उठती
हर आहट पर आंखें खोल,
देखती चारों ओर कुछ ढूंढती सी
उसकी पलकों में होता है इंतजार
फुसफुसाती है 'पापा'
उसकी बंद आंखों में आते हैं पापा
ढेर सारे खेल खिलौने,मिठाई के दोने,
बिस्कुट टॉफी होते हैं पापा के हाथों में
झटके से मां को छोड़कर पापा से लिपट जाती है,
जानती है पापा सिर्फ पापा नहीं होते,
दुनिया भर की दुकान और बाजार होते हैं,
उसके सोते जागते सपनों का संसार होते हैं,
पापा सिर्फ पापा नहीं होते
अपने बच्चों का प्यार और बेचैन इंतजार होते हैं,
पापा सिर्फ पापा नहीं होते |-
एक कदम क्या बढ़ाती हूं,
दस-दस मुसीबत आते हैं
क्या करना क्या ना करना
कुछ समझ ना आता
कभी-कभी तो सोचती हूं,
मुसीबत से लड़ु या फिर
मुसीबत को ही हटा डालु,
फिर आती अंदर से आवाज
मुंह मोड़ना न है हर मुश्किल का इलाज,
तू तो चली जाएगी दूसरों को यही सीखलाएगी
अगर चाहती है कुछ करना,
तो मुसीबत से कभी ना डरना
तू आई कैसे कोई ना देखा,
तू जाएगी कैसे सब देखेंगे |-
सोचती हूं इस छोटी सी दुनिया में
करना है बहुत कुछ,
कर भी पाऊंगी या ना पता नहीं है कुछ
दिल कहता कोशिश तो कर
कोशिश से नाकामयाबी मिल सकती है,
पर तेरे कामयाब होने का मौका भी बढ़ सकता है
सोच सोच कर मैंने भी सोच लिया
करना है कुछ ऐसा कि कोई ना बोले क्या किया,
विश्वास की क्या बात करूं यकिन से कहती हूं
वह दिन भी आएगा
जब मैं कामयाबी के उस शिखर पर रहूंगी
जहां के आगे कोई राह नहीं|
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