Now how do I start writing for a soul who has always showered immeasurable love upon me? Perhaps love recognises love and that's all I have to give you. I have always learnt a lot from you and will continue doing so till infinity. Your aura, your grace- may everything just keeps increasing as the days pass. I love you to the moon and back and then to the moon again. 🤗 I hold you in my utmost regards. You're a jewel with whom I've formed the most precious bond. Each and every good thing this world has to offer, you deserve all of them. Happy Birthday My Pearlie.❤️💫🥀🌈🌏
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कविताओं में उलझी हुई विज्ञान की... read more
एकांत से जब सामना हो
वो दरवाज़ा खटखटाती हूँ
तेरी महफ़िल, मेरा इंतज़ार
मैं और भी एकाकी हो जाती हूँ-
मन आजकल अवकाश पर रहता है
उधर शाम ढली और इंतज़ार पर रहता है
राधा सा प्रेम है मीरा सा समर्पण है
भादो चले आओ रेगिस्तान का निमंत्रण है।
याद करो तमाम ग़ज़लें, प्रेम-राग भी तो था
एक हसीं जुर्म था पर ख़्वाब ही तो था
पलकों की दहलीज़ पर भी जाने किसका नियंत्रण है
चंदा चले आओ चकोर का निमंत्रण है।
दिल के विचलित कोने में मैं आस कब तक भरूँ
मैं ख़तों से, तस्वीरों से बात कब तक करूँ
तेरे मेरे सफ़र में कौन सा ये बंधन है
गीत चले आओ, अल्फ़ाज़ का निमंत्रण है।
~न्यमिशा-
कौन कहता है महाभारत का युद्ध सदियों पुराना है? एक और अभिमन्यु साज़िशों के चक्रव्यूह में फँस गया और हमें छोड़ के चला गया।
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After meeting you I finally understood why cows are considered holy.💕
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मुद्दतों बाद दिल की देहली पर
ग़म की आज ग़म से मुलाक़ात है।
फिर वही तपिश और दहकती आग सीने में
बाहर क्या ख़ाक बरसात है!
उस कच्चे रंग का करम भी पक्का हो चला है
इश्क़ में जनाब कुछ तो बात है।
तू मुझे सरेआम क्या नाम देगा मेरे क़ातिल
हाँ मुझमे आज भी वो रात आबाद है।
~न्यमिशा-