आप कुछ और नही
अपने कर्म ही वापस पाते है...
अच्छा तो अच्छा...
बुरा तो बुरा....-
माँ - शब्द ही परीपूर्ण है, वह किसी परीभाषा की मोहताज नहीं।
यहां मेरी प्रतिस... read more
सबसे अच्छी बात सामाजिक माध्यम की अब जो मुझे लगती है
वह यह की कोई विशेष त्योहार न केवल विशेष जाति,धर्म, राज्य के लोग मनाते है
अपितु पुरा देश और लोग उसे महसूस करते, जीते, व आत्मसाध करते है😘😘-
मन को बच्चा और मन मे बच्चा दोनों ज़िन्दा रहने दो....
बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं💕-
आप उन तमाम लोगों से दूरी
बना कर रखें...
जो आपके माता- पिता को
शब्दों से आहत करें...
क्योंकि आपके और हमारे
लिए उसने सर्वोपरि कोई
नही हो सकता...
और ना ही उनसें बड़ा
आपका कोई हितैषी....-
एक खूबसूरती, एक ताज़गी
एक सपना, एक सच्चाई,
एक कल्पना, एक एहसास
एक आस्था, एक विश्वास
ऐसा हो नव वर्ष का शुरुआत...
सभी को नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं-
आदरणीय कार्तिक सर,
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं...
आपकी कहानियां, और उन कहानियों
को कहने का ढंग.. बेहद ही रोचक,
मधुर, एवं. सरल है...
जो हमारे हृदय को बेहद ही विनम्रता
से छू..जाती है।
कुछ कर दिखाओ ऐसा.
दुनिया करना चाहे आप जैसा...
-
तुम्हारे प्रेम की
जीजीविषा
जितनी
क्लिष्ट होगी....
प्रेम तुम्हारा
उतना
ही कठिन...
होगा...
और प्रेम तो सरलता
और मधुरता का
दूसरा नाम है..-
अंशिका (ईश्वर का बेहद खास उपहार)
जब सभी ख्वाहिश शिथिल पड़ जाती
तुम्हारी सभी ख्वाहिश मैं बन जाती..
और तुम एहसास कराती मुझको
बेहद खास हो माँ...
जब सबके पास जा कंद्रंन करती,,
और मझको देख बस चुप हो जाती..
फिर मुझको एहसास कराती
बेहद खास हो माँ..
जब सबको देख तुम मुँह सिकुड़ाती...
और मुझको देख तुम खिलखिलाती..।
तब मुझको एहसास कराती
बेहद खास हो माँ..
नेहा (स्नेह "डोर")-
आप ने बच्चों पे कितना खर्च किया
यह महत्वपूर्ण नही...
किन पर और किस प्रकार से
खर्च किया .
वह महत्वपूर्ण है....
क्योंकि आपके द्वारा सही ढंग से
किया गया खर्च .....
भविष्य संवारने मे महत्वपूर्ण
योगदान दे सकता है ।-