ढूंढता रहा कमियां दूसरों मेंखुद को ना कभी तराशा हैहंसता था लोगों के तमाशे परअब खुद की जिंदगी तमाशा है -
ढूंढता रहा कमियां दूसरों मेंखुद को ना कभी तराशा हैहंसता था लोगों के तमाशे परअब खुद की जिंदगी तमाशा है
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इस दोगले समाज मे स्त्री का चारित्र्य उसके स्वभाव एवं कर्मो से नहीं मापा जाता..आज भी स्त्री को अपनी पवित्रता का प्रमाण देना पडता है...जो लोग अपने जीवन में कर्मकांड कर के बैठे हैंवह भी एक लडकी या औरत के बारे में भला बुरा कहने से नहीं चूकते..ऐसी दोगली विचारशैली वाले लोगकभी किसी को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़तेवास्तव में इनकी सोच ही इनकी मानसिक बीमारी है... -
इस दोगले समाज मे स्त्री का चारित्र्य उसके स्वभाव एवं कर्मो से नहीं मापा जाता..आज भी स्त्री को अपनी पवित्रता का प्रमाण देना पडता है...जो लोग अपने जीवन में कर्मकांड कर के बैठे हैंवह भी एक लडकी या औरत के बारे में भला बुरा कहने से नहीं चूकते..ऐसी दोगली विचारशैली वाले लोगकभी किसी को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़तेवास्तव में इनकी सोच ही इनकी मानसिक बीमारी है...
यहां इंसानों के चेहरे बहुत है,समझ नहीं आते गहरे बहुत है,और मोहब्बत की तो बात ही ना करो,बेवफा की गलियों में हम ठहरे बहुत हैं।💔 -
यहां इंसानों के चेहरे बहुत है,समझ नहीं आते गहरे बहुत है,और मोहब्बत की तो बात ही ना करो,बेवफा की गलियों में हम ठहरे बहुत हैं।💔
आज जिन दोस्तो के लिए अपने मां बाप से लढ़ते होकुछ साल बाद बोलोगे👉साले इतनी एडवाइस देते थे अब मुश्किल वक्त में परिवारसाथ है मगर दोस्त नहीं🙌परायो और अपनों में बस इतना सा फर्क हैदोस्त सलाह देकर निकल जाते हैंऔर मां-बाप सलाह दे कर तब तक साथ रहते हैं जब तक उनकी सलाह सही ना ठहरे...!क्योंकि मां-बाप की सलाह गलत हो सकती हैं पर उनकी नियत कभी नहीं...! -
आज जिन दोस्तो के लिए अपने मां बाप से लढ़ते होकुछ साल बाद बोलोगे👉साले इतनी एडवाइस देते थे अब मुश्किल वक्त में परिवारसाथ है मगर दोस्त नहीं🙌परायो और अपनों में बस इतना सा फर्क हैदोस्त सलाह देकर निकल जाते हैंऔर मां-बाप सलाह दे कर तब तक साथ रहते हैं जब तक उनकी सलाह सही ना ठहरे...!क्योंकि मां-बाप की सलाह गलत हो सकती हैं पर उनकी नियत कभी नहीं...!
तुझसे नाराज़ नहीं जिंदगी,,बता ना तेरे राज़ ए जिंदगी,,कुरबान हो या नाराज हो जा मुझपर,,कभी प्यार तो कभी बेरुखी,,मुझसे नहीं हो रही रास ये जिंदगी,,।क्यों इतना थका रही है,,राहें मुसीबत दिखा रही है,,जीना हमे सीखा रही है,,या मौत के गले लगा रही है,,दरखास्त है निखर आ या मुरझा जा ए जिंदगी,,। -
तुझसे नाराज़ नहीं जिंदगी,,बता ना तेरे राज़ ए जिंदगी,,कुरबान हो या नाराज हो जा मुझपर,,कभी प्यार तो कभी बेरुखी,,मुझसे नहीं हो रही रास ये जिंदगी,,।क्यों इतना थका रही है,,राहें मुसीबत दिखा रही है,,जीना हमे सीखा रही है,,या मौत के गले लगा रही है,,दरखास्त है निखर आ या मुरझा जा ए जिंदगी,,।
माना कोई किसी के बगैर मरता नहीं,,लेकिन महज सांसे चलना जिंदगी तो नहीं..! -
माना कोई किसी के बगैर मरता नहीं,,लेकिन महज सांसे चलना जिंदगी तो नहीं..!
अल्फाज ये होठों के वही रुक जाते हैंमन मे यादों के बवंडर छा जाते हैं...भीग जाती है पलके पल खो जाते हैसूखे दरिया-ए-इश्क रास्ते सुने हो जाते है...खाली इस दिल की धड़कने रूक जाती हैदो प्रेम पंछी जब दूर हो जाते है...दिल से मोहोबत कर छोड़ देना आसान नहींजिस्म हो भले जहां पर रूह रहती साथ नहीं... यह अनगिनत यातना मैं सहूं कैसे...?नेह दूर कर के अब संग वियोग जियो कैसे..? -
अल्फाज ये होठों के वही रुक जाते हैंमन मे यादों के बवंडर छा जाते हैं...भीग जाती है पलके पल खो जाते हैसूखे दरिया-ए-इश्क रास्ते सुने हो जाते है...खाली इस दिल की धड़कने रूक जाती हैदो प्रेम पंछी जब दूर हो जाते है...दिल से मोहोबत कर छोड़ देना आसान नहींजिस्म हो भले जहां पर रूह रहती साथ नहीं... यह अनगिनत यातना मैं सहूं कैसे...?नेह दूर कर के अब संग वियोग जियो कैसे..?
नारीत्व भूली नारी,,तहजीब भुला इंसान।ना प्रेम समर्पण सहनशीलता,,नाहीं बड़ों का सम्मान।भारत का गौरव,,मानवता की ढाल।टूटी संस्कारों की माला,,बिखरे मोती लाख सवाल।इंसानियत मिटती गई,,धर्मों में बटती गई।भेद ये गोरा काला,,सर्वत्र हिंसा आक्रोश ज्वाला।आओ समेटे नेह मूर्ति,,प्रेम बनाए अमन यहां।अदब से रहे हर व्यक्ति,,सभ्यता से भरा हो जहां। -
नारीत्व भूली नारी,,तहजीब भुला इंसान।ना प्रेम समर्पण सहनशीलता,,नाहीं बड़ों का सम्मान।भारत का गौरव,,मानवता की ढाल।टूटी संस्कारों की माला,,बिखरे मोती लाख सवाल।इंसानियत मिटती गई,,धर्मों में बटती गई।भेद ये गोरा काला,,सर्वत्र हिंसा आक्रोश ज्वाला।आओ समेटे नेह मूर्ति,,प्रेम बनाए अमन यहां।अदब से रहे हर व्यक्ति,,सभ्यता से भरा हो जहां।
गुमान है मुझे हिंदुस्तान मेरी जन्मभूमि है,,और गर्व है मुझे मैं "महाराष्ट्र" में जन्मी हूं... -
गुमान है मुझे हिंदुस्तान मेरी जन्मभूमि है,,और गर्व है मुझे मैं "महाराष्ट्र" में जन्मी हूं...
मैं तराशती रही खुद को तेरे लफ्जों में,,और तूने अपनी शायरी में किसी और को बिठा लिया..!💔 -
मैं तराशती रही खुद को तेरे लफ्जों में,,और तूने अपनी शायरी में किसी और को बिठा लिया..!💔