जब वक़्त हो जाता है न
तो खुद निकल जाती हूं मैं
फिर खुद से
अजनबी की तरह
मिलने के लिए
कभी ज़िद नहीं की
किसी से रुकने के लिए-
कभी ख़ुश रंग बहार हूं मैं
ग़मे सहरा में
कभी बेपरवाह दिखती हूं मैं
तेरे तंज कसने पे
लेकिन
दिल जो है न
इसने
सब याद रखने के लिए
बांध रखी हैं गांठे
सुनो !
अब तो घुटन होने लगी है
दिल में
तुम आके कुछ गिरह
खोल दो ना...
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No one is there to hide
No one is there to seek
It's my heart's lonely street-
अपनी ही करनी के कारण
जब मालूम था के कोई नहीं अपना
बांधे ही क्यूं मन के बन्धन...-
The night is awake and so should you.
If you are soul mates and even if you realised this lately today,
Then why don't you love birds, confess this and fly away?
who is holding you back just say?
At least you can save others from dismay.
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सूखे पत्तों में भी हो सकता है किसी का घर
जो तुम्हारे काम का नहीं ज़रूरी नहीं के वो किसी काम का नहीं-
दयनीय होकर अथाह नहीं होना मुझे
किसी स्वांग के लिए नहीं रोना मुझे
मेरे अश्रु भाव पुरित हैं
तूही जो हो बेखबर...तो ख़बर नहीं होना मुझे-
राह निरखत नैन गए
कब आओगे कब आओगे...
वेद इह लोक दोनो गए
क्या चैन तुम पाओगे
व्यास स्वामी किस दुविधा में हो
ये निठुराई कब तक दिखलाओगे
दुनिया ने जो मुझे नाम दिए
क्या तुम वो सुन पाओगे...
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