और किस तरह तोड़ोगे उसे,
जो अंदर से चूर चूर हैं।
जिंदा कैसे करोगे उसे ,
जो अंदर से मर चुके हैं।
©नीतू✍️-
मैं बोलू या ना बोलू तुम मुझे सिर्फ खामोश... read more
सब कुछ करके देख लिया,
फिर भी तुझसे दूर जा ना सके,
ना जाने यह कौन सा रिश्ता हैं
पूरी तरह तेरी हो कर भी
तेरी हो नहीं सके...
©नीतू✍️-
आदमी क्यूं परेशान हैं,
इस बात से वो खुद अंजान हैं।
बाहर खुशी ढूंढने की ख़ातिर,
हैरान वो हर पल हैं।
कुछ हसरतें बुझी बुझी सी,
कुछ ख्वाहिशें जगी जगी सी,
दिल में चाहत नादान सी,
हक़ीक़त से वो बेखबर हैं।
इसलिए आदमी आज कल परेशान बहुत हैं।
©नीतू✍️-
कुछ दर्द की कोई दास्तां नहीं होती,
सिर्फ तकलीफ़ होती है,
सांस लेने में।😓
©नीतू✍️
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किसी में नशा है तो,
कोई नशे में है?
तन्हाई के आगोश में
यहां हर कोई मदहोश है?
©नीतू✍️
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भले ही किसी से मुहब्बत ना करो
मगर नफ़रत सोच समझकर करना जनाब।
ज़हर से ज्यादा तेजी से फैलते है नफ़रत दिमाग में।
शरीर का ज़हर निकला जा सकता है,
मगर दिमाग का ज़हर नहीं।
ये दूसरों को नहीं मारता
नफ़रत करने वालों पर ही वार करता हैं।
नफ़रत करना हैं तो सोच समझकर करना,
जितना सहे सको उतना ही करना।
© नीतू✍️-
ये आंखे थक चुकी हैं तेरे इंतजार में...
मुहब्बत आज भी बेशुमार हैं,
मगर अब चाहत नहीं रही
तेरी चाहत की,
बस इन आंखों को अब
एक नींद चाहिए सुकून का ।
©नीतू✍️-
बेशक तुम मुझसे बिछड़ गए,
मगर मेरी रूह से अलग होना भूल गए।
अब मैं क्या करू...
बिछड़ने के बाद आज भी तुम मुझमें,,,,,
मुझसे ज्यादा तुम मौजूद हो।
...©नीतू✍️-
कुछ एहसास दिलमे दफन हो जाते है।
कुछ ख़्वाब अधूरे रहे जाते है।
कुछ सपने टूट जाते है।
कुछ रिश्ते छूट जाते है।
ये ज़िंदगी है....
फिर भी चलती रहती है।
©नीतू✍️-
शिकायत करती उनसे मैं
अगर वो मुझे छोड़ कर जाते।
मगर अब कैसे शिकायत करू मैं उनसे
जो मुझे पूरी तरह तोड़ कर चले गए।
...©नीतू✍️-