Neetu Rawat   (Neetu)
12 Followers · 7 Following

Joined 3 September 2020


Joined 3 September 2020
2 MAY AT 15:13

गिरते गिरते कुछ संभल से गए
वक्त के साथ थोड़े बदल से गए
इल्ज़ाम लगाए भूल जाने के मुझपर
पर मेरी यादो के पन्ने सारे जल से गए

-


30 APR AT 12:23

मुझे भिगना था उस बारिश मे
जो बिन बादल बरसती है
मुझे कैद करना था उन सपनो को
जो बिन पंख उड़ान भरती है
मुझे छुना था उन तारो को
जो कुछ तो हमसे कहती है
मुझे बनना था नदी के वो दो किनारे
जो हर वक्त विरह की पीड़ा सहती है
मुझे जीना था सफर का हर वो लम्हा
जो अंत में मंजिल से गुजरती है





-


30 APR AT 9:14

Suna hai animal lover non veg bahut khate hai?

-


29 APR AT 17:23

दो वक्त की रोटी कमाने में
दिन यूं ही गुजर जाता है
जब निभानी पड़ जाए जिम्मेदारिया
बिगड़ा हुआ भी सुधर जाता है

-


27 APR AT 16:00

दहलीज लांघ देख संसार
कर्म कर और कर सत्कार
रख नेक ईरादे और व्यवहार
यही कहता गीता का सार
भूलकर सारी चिंता का भार
कर सेवा प्रभु की बारंबार
अपनाकर देख सभी को बांह पसार
कम नहीं जंहा में प्यार

-


26 APR AT 9:57

It tells you how dark it is..
how much patience it has..
It has the potential to heal itself..
how much burden of expectations there is..
how hard it is to wait
how difficult it is to accept everything

-


25 APR AT 13:26

चलो चले महाभारत के उस काल मे
देखे जरा मां कुंती थी किस हाल मे
वरदान मे मांगा था जब सबने सुख
माता ने मांगा था केवल दुख
जब बारी आई त्याग की
माता ने त्यागा अपना पुत्र
देखा था र्कण का बलिदान तो सबने
पर माता ने भी खोये थे सब अपने
कष्ट देख मां कुंती का
लगे थे माधव के भी अश्रु बहने
विवाह हुआ जब योग्य पति से
साथ छूटा उनका भी दुर्गति से
तब भी मुस्कान थी माता के होंठों पर
क्योकि नाज़ था उनको अपने बेटों पर
याद करो उस अग्नि को जो लाक्षागृह में लगाई थी
अपनी कुलवधु की इज्जत पर वो कैसी विपदा आई थी
सोचो कैसा था उस मां का कलेजा
जब रणभूमि मे बेटो को भेजा
हा मिली थी अंत मे जीत धर्म को
पर खोया था मां ने भी र्कण को
अंत मे राजपाट पुत्रो को थमा गई
स्वयं गई वन को और अग्नि मे ही समा गई



-


24 APR AT 23:11

उसने चित्र बनाया चरित्र का ऐसा
दाग लगाए और बोला चाँद जैसा
बेरंग कर बहती जल की धारा को
कहता रंगो में इतना भेद कैसा

-


24 APR AT 21:51

mene bahut bar roka un khayalon ko aane se
Jo akshar aa jaate the tere chale jane se
Koi dusra hi jaha bana liya the mene sapno ka
jaha tu muje mil jaaya krta tha kisi bahane se
Ek raat jo meri need khuli or yaad aaya
hum toh bichad chuke the kisi jamane se


-


23 APR AT 12:27

आए हो संसार में नित कर्म किए जाना है
जीवन है बस चार दिन यह गीत हमेशा गाना है
भटको जो कभी राह में लौटकर फिर से आना है
शिव की भक्ति में खो जाओ माया तो बस फसाना है
सेवा का भाव मन में रख बाकी सब भुलाना है
आए हो अगर संसार में
अपना किरदार निभाना है

-


Fetching Neetu Rawat Quotes