बस बाबा ऐसे ही सही मार्ग पर चलने की हिम्मत देते रहना,
क्योंकि मार्ग भटकाने वाले की कमी नहीं है इस दुनिया में।-
मन चाहता है कि आज हम सिर्फ सबसे सच बोलकर देखें,
देखते है सच सुननें की कूवत कितनों के पास है-
बात बात पर इस तरह नाराज होना सही नहीं है,
फिर आपके नाराजगी को कोई अहमियत नहीं देगा।-
कुछ न कुछ तो था उसमें पता नहीं क्यों मुझे उसकी आंखों में दिखती थी,
कहना तो बहुत कुछ चाहता था मगर पता नहीं क्या उसकी मजबूरी थी।-
आखिर ये दुनिया चाहतीं क्या है कभी-कभी समझ में नहीं आता है ,
दूसरे के पीछे पड़ कर न जाने क्या हासिल करना चाहती है।-
जब मिलोगे मुझे तो समय पूरा लेकर आना,
बातें कुछ करनी है तुमसे फिर बहाने मत बनाना।
मौका बार -बार अब तुमको नहीं दुंगी,
जरा सोच समझ कर जवाब मुझे देना।-
कुछ अलग था उसमें तभी तो मुझे इतना पसंद था,
भीड़ से बिल्कुल अलग था इसलिए मेरे इतना करीब था।-
जब तक खुद पर ना बीते इंसान को दूसरे का दर्द कहां समझ में आता है,
जब अपने पर आता है तो इंसान इतना बेचैन फिर क्यों हो जाता है।
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हजारों मुश्किलें आती हैं लेकिन सामना तो करना ही पड़ता है,
इस मुश्किल से भागे तो कहां भागे ये पीछे पीछे चली ही आती है।-