Neetesh चौरसिया   (Rसिया)
47 Followers · 4 Following

कुछ हमारी सुने, कुछ अपनी सुनाएं।
चलो मिल कर, लफ्जों की महफ़िल सजाएं।।
Joined 19 April 2020


कुछ हमारी सुने, कुछ अपनी सुनाएं।
चलो मिल कर, लफ्जों की महफ़िल सजाएं।।
Joined 19 April 2020

जिंदा नहीं है
जान कर दिल दुखाने वाले
शर्मिंदा नहीं है
इम्तिहाने वक्त में
छंटने लगी है भीड़ अपनों की
सिवा खुदा के अब तो
साथ परिंदा नहीं है

-



कुछ भी नहीं सम्हाला जाता
माना कि है मौसम ऐसा पर
सब कुछ नहीं जलाया जाता
क्या नव सृजन है चाहता
केवल पूर्ण विध्वंस है
या आने वाले कल में
इतिहास का कुछ अंश है

-



तपना होगा
नव प्रतिमानों को रचना होगा
गाथाएँ थी कभी प्रेरणा
इतिहास पुनः अब लिखना होगा
धूमिल होती स्मृतियों को
परिवर्तन ही कह पाओगे
समय चक्र के परिवर्तन को
बोलो कैसे सह पाओगे
नये यु्द्ध है नये मार्ग है
नये कृष्ण नव अर्जुन है
देखो नयी महाभारत है
किन्तु संघर्ष सनातन है

-



क्यूं जलें
ये आज और कल
उम्मीद का दिया
जलाओ तुम
रौशनी के लिए

-



हाँ ये अदाएं है बेशक तुम्हारी
मगर ये न भूलो हमारे लिए है

देखें जो तुमको निकलती है ये जां
दिल की तेरे जानकारी लिए है

कर न सको गर मोहब्बत बयां तुम
लो ये भी हम जिम्मेवारी लिए है

यूं तो हम तुम सदा पास ही थे
पर मिलने में तुमने जमाने लिए है

उठाएंगे है जो नाज ओ नखरे
अरे हम तो जीते तुम्हारे लिए है

-



दिल की बात दिल में मत रखना
किताबों में गुलाब मत रखना
सफर में अजनबी तोड़ते है दिल अक्सर
किसी गैर से वफा की आस मत रखना
जिंदगी नाम है मुस्कुरा के जीने का
इसमें ग़मों का हिसाब मत रखना

-



कोई शख्स मेरे साथ है
तन्हा नहीं हूं और
उदास हूं मैं
क्या गजब की बात है

-



रफ्ता रफ्ता हमें
बिछड़े खुद से
जो तुमसे हुआ राब्ता
तुम जरूरी हुए
भार सांसें हुई
तुम ही जीने का
मेरे हुए हौसला
तुम मिले जो तो मैं
ना जरूरी रहा
इश्क़ होता गया

-



जी लेने की
इक मुकम्मल मौत के लिए
दो पल की मंजिल के लिए
जीवन का
सफर बरबाद किया

-



कि कितना ढीठ हूँ मैं भी
गर मैं हो गया तुम सा
मोहब्बत रूठ जायेगी
गए हो तुम बचा रिश्ता
जो अब मेरी अमानत है
इसमें खयानत का इल्जाम
मुझ पर जो आया तो फिर
इक बाकी है जां मेरे पास
सो अबके वो भी जाएगी

-


Fetching Neetesh चौरसिया Quotes