कोई अनकहा सा ख्वाब मेरी आंखों में पलता है
कभी कभी मुझे मेरा होना ही खलता है।-
तू पास है मेरे ये रब की मेहर है
मैंने मोहब्बतों को दूर जाते देखा है।-
वो नजरों के सामने तो होता है
पर आखिर मेरा खयाल हो जाता है,
वो नज़रों के सामने तो होता है
पर आखिर मेरा खयाल हो जाता है,
ठहरी होती हूं मैं नदी किनारे की मानिद
वो लहर सा आता है और उस पार हो जाता है।-
इश्क में मर मिटने
के फसानों का क्या कीजिए.. ??
अजी छोड़िए दफा कीजिए।-
Main jad vi tainu vekh leya
Lageya chanda vekh leya
Main tainu takdi jaanni aa
Tu hor kise nu labb leya-
तू भी मेरी तरह इश्क करने की कोशिश में हारेगा
फिर हार कर उस कोशिश में, तू मेरी कीमत जानेगा ।-
आलम- ए- दर्द में तू जब भी मुझे याद आया है
क्या बताऊं फिर सब्र कितनी देर बाद आया है।-
इत्मीनान से छोड़ कर मेरा हाथ
वो ज़माने को साथ लिए चलता है
नादान है वो अभी जानता नहीं
ज़माना कहां साथ दिया करता है।-
नकाब ओढ़ रखते हैं जो लोग चेहरों पर
कैसे संभालते होंगे इतने किरदारों को..?-