Neeraj Joldapke   (Neeraj joldapke)
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Poet|| Author||
Learn er
Insta: neeraj_joldapke
Joined 10 June 2024


Poet|| Author||
Learn er
Insta: neeraj_joldapke
Joined 10 June 2024
14 JUN AT 23:59

No one knows nothing,
Everyone knows thing which is apart nothing.

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13 JUN AT 17:24

Enlightening a sinner, leads changing an era.

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1 JUN AT 17:02

Truth is determined not by influence ,but by deeply rootened belief and faith .

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12 MAY AT 21:35

सोचते ही गलत है:
की हम पंछी है आज है कल नहीं
दायरे में जीवन जी लेते है।
अरे! तुम आसमान हो आज भी,
कल भी , आज इस रूप में कल किसी ओर
पूरी कायनात तुमसे ही है।

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8 MAY AT 17:52

कवि तुम हो जिसमें सूर्य भी लय
कुछ ऐसा लिखो जग में प्रकाश और
सद्भावना प्रेम की वाणी हो
कुछ लिखो देश की व्यवस्था पर
जिस की नींव ईमान नहीं
उसमें शब्दों की क्रांति लाओ
और कुछ लिखो देश के दुश्मनों पर
जिन में न हो धैर्य फिर से शीश उठाने की
और कुछ धर्म जाति प्रांत पर
जिनमें बंटे है समुदाय सकल
देशप्रेम की ज्योति जगाओ
शब्दों में ही सौंदर्य संस्कृति बतलाओ
मानव का समूह अनमोल
जिसमें भरी है विशेषताओं का तोल
जगत में शांति की ज्वाला हो
यदि इसमें कोई बाधा हो
तुम फिर से लिखना प्रेम का गीत ।


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8 MAY AT 17:20

धीरज रखो एक मोड आयेगा,
जिस भी जग हो समंदर ढूंढ आयेगा।
प्रेम अक्षर में ही अल्पविराम है,
प्रतीक्षा ही संपूर्ण विराम लाएगा।

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5 MAY AT 15:43

आंखों में नमी हर शाम होती है ,
क्योंकि कल सुबह शुरू से शुरू होती है।
दिन भटकते, दुपहर कटते फिर वही
मोड आ अटकते है ,जीवन से है एक ही शिकायत -
क्या तुझमें क्रांति नहीं ,क्या फिर से मानव की प्रगति नहीं, क्या फिर से कोई सीख नहीं,
क्या फिर से धर्म की नींव नहीं, क्या इस युग का कोई समाधान नहीं ,क्या ये विनाश का संकेत नहीं-
जीवन तुझमें लय है हम ।

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3 MAY AT 11:48

जितना मौन रहूंगा
उतना ही मर्यादा प्राप्त होगी।

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3 MAY AT 1:51

ಅರಿಶಿಣ ಕುಂಕುಮ ನಿನ್ನಯಿ ಗುರುತು
ತಾಯಿ ನನ್ನ ಕೆಂಪು ರಕ್ತದಿ ಹರಿವುದು
ನಿನ್ನ ಮಾತೃಪ್ರೇಮದ ಅಮೃತದಿ ಅಕ್ಕರೆ
ಹಸಿರು ಭೂಮಿ ವನ ಪರ್ವತಕ್ಕೆ
ಇರುವುದು ನನ್ನಿ ಉಸಿರು ಮುಡಿಪು
ನೆಲೆಸು ತಾಯಿ ಅನಂತದಿ ಆಡಿಸಿ ಬೆಳೆಸು
ನಿನ್ನಯ ಮುದ್ದು ಕಂದಂಗಳಿಂ
ಜನ್ಮ ಜನ್ಮದಿ ನಿನ್ನಯಿ ಕೇಳ್ಲಪಡವೆ ಭಗವಂತನ
ದಿ ನಿನ್ನ ಅಕ್ಕರೆಯ ಪ್ರೀತಿ ಬೆಳಗಲಿ ಜಗದಲಿ
ಸಿರಿಗನ್ನಡಂ ಗೆಲ್ಗೆ ಸಿರಿಗನ್ನಡಂ ಬಾಳ್ಗೆ!

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25 APR AT 23:20

किसी की मदद करते वक्त-
उसकी जरूरत देखो ,
हमारी हैसियत नहीं।

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