सही इंसान के साथ पी जाएं तो
चाय भी शराब से ज्यादा नशा देती है-
कहा जोड़ पाएंगे हम धड़कनों को
की दिल की तरह हम भी टुटे हुए है
मैं चाहती हु हाथ तेरा थाम के
आजाद हो जाऊ सारे बन्धनों से
पर सवाल मेरे पापा की
परवरिश पर उठाए जायँगे-
सबसे खतरनाक नशा
इंसान का उसकी आवाज का
उसके दीदार का उसकी कॉल का
उसके msg ही आ जाये
सुकून मिल जाता है
औऱ ये वो नशा है जिसका
कोई ईलाज नही है-
जरूरी तो नही सबकुछ
हासिल हो जाए प्यार में
कुछ लोग ना मिल कर भी
दिल मे आखिरी सांस
तक धड़कते है-
तुमसे कभी नही होगा
ये अक्सर लोग कहते है
ये बातें हमेशा याद रखना
यही सोच के खुद का ख्याल रखना-
तुम कहो तो लिख दु
तेरा नाम मै अपने साथ में
तुम कहो तो लिख दु
खुद को तेरा आज ही
तुम कहो तो लिख दु
मुझ पर सारे अधिकार तेरे
तुम कहो तो लिख दु
बिन फेरों के हम है सिर्फ़ तेरे
बताओ औऱ क्या लिखूं
इस सुहानी रात में JAANI
बस एक तू ही होता है महसूस
हर घड़ी मेरे साथ में-
चाहा तो बहुत की
तेरी पनाहों में रहूंगी
दिल की हसरत थी
तेरी बाहों में रहूंगी
पर मंजूर नही शायद
कायनात को साथ हमारा
फिर भी अपने साँसो में
नीर तूमको बसा के रखूंगी-