ऐ मेरे वतन के लोगों.....
'ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी '
जब कारगिल में लहराया तिरंगा, महकी थी हर एक वादी।
झंडे को ऊँचा कर के, फिर सत्य की नीव जमा दी।
पूरा कर अपना वादा, लिख गए अमर वो कहानी।
जो वीर हुए हैं उनके, ज़रा नाम करो कुछ सलामी।
जब वार हुए थे सवाली, सैनिक वो बने थे जवाबी।
जब हम जागे तो था सवेरा, वो जीते थे रातें काली।
थे लहू से लिखे वो सपने, थी झलक वो कल की सुहानी।
जो देखी आँखों ने उनकी, ज़रा सच कर दो वो कहानी।
कोई लिखता कोई गाता, कोई पूजे कोई था अर्दासी।
वतन में गूंजने वाला, हर गीत था इंक़लाबी।
सर पर था मौत का साया, फिर भी माटी तिलक लगाकर,
जुट गए वहाँ वो दोबारा, फिर अपने ज़ख़्म भुलाकर।
'ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी '
Neelu k.
- Neelu k.
15 AUG 2018 AT 14:36