शाळेप्रमाणे आयुष्यातही
बेरीज सोप्पी वाटते.
आयुष्यातून माणसांची वजाबाकी
फार फार कठीण जाते.
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neelima naik
(Neelima Naik)
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Love languages
Play with words
Flexibility of language amazes me
Write poems in Marathi and H... read more
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Joined 16 November 2017
12 DEC 2024 AT 0:45
7 DEC 2024 AT 22:10
रिश्तेको बनाए रखने की.
अरसो बाद समझे के
कीमत ही न थी उसकी,
नजर में किसी की.
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12 NOV 2024 AT 7:40
उसे दिल में रखकर
बनोगे तुम महान
पर उम्मीद मत रख्खो के
दूसरों के दिल
तुम्हे क्षमा करेंगे.
अजी खो गया है अब
वैसा जहान.
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12 NOV 2024 AT 7:23
ताज्जुब की बात है के तब,
खून का कतरा भी
नहीं बहा.
शायद इसीलिए
उस रिश्तों की लाश को
बिदा करके भी
इस दिल में वो
अब भी जिंदा है.-