Neelam Shah  
71 Followers · 99 Following

Joined 16 July 2018


Joined 16 July 2018
5 MAY 2023 AT 2:41

ठहरी हुई ख़्वाहिशों की बंद किताब हूँ मैं,
ज्यादा तो नहीं मगर खुद में ही बेहिसाब हूँ मैं।

-


5 MAY 2023 AT 2:40

वक़्त ए रुखसत आ गया
दिलफ़िर भी घबराया नहीं ..

उसको हम क्या खोएंगे
जिसको कभी पाया ही नहीं ..

-


5 MAY 2023 AT 2:37

❤️*ख़ुदा ही जाने क्या कशिश हैं मोहब्बत में*
*एक अनजान हमारा हकदार बन बैठता हैं*
..*❤️

-


5 MAY 2023 AT 2:35

ठहरी हुई ख़्वाहिशों की बंद किताब हूँ मैं,
ज्यादा तो नहीं मगर खुद में ही बेहिसाब हूँ मैं।

-


5 MAY 2023 AT 2:34

कभी कुछ लम्हे,
खुद के लिए भी निकालिए, जनाब...
आखिर खुद को चाहना,
कोई गुनाह तो नहीं...

-


5 MAY 2023 AT 2:32

हजारों कोशिशों के बाद जो मुकम्मल ना हो सकी।
तुम्हारा नाम भी उन ख्वाहिशो में ,मेरी शामिल हैं।।

-


5 MAY 2023 AT 2:31

अपने अल्फाजों में
मेरा भी जिक्र कर लो,
जरा सा इश्क है चाहो,
तो कुबूल कर लो..

-


5 MAY 2023 AT 2:28


क्या कशिश थी उस की आँखों में मत पूछो,
मुझ से मेरा दिल लड़ पड़ा, मुझे यही चाहिये !

-


22 MAR 2023 AT 19:02

हर मोहब्बत मुकदमे की तरह होती हैं...!
न खत्म होती हैं... न बाइज़्ज़त बरी होने देती हैं...

-


22 MAR 2023 AT 19:01

उम्र ने तलाशी ली, तो जेबों से लम्हे बरामद हुए.....
कुछ ग़म के, कुछ नम थे, कुछ टूटे, कुछ सही सलामत थे......

-


Fetching Neelam Shah Quotes