इक लंबा वक्त बीत गया यूँ ही चलते हुए
थक चुकी हूँ मैं भी जिंदगी
थोड़ा आराम चाहिए
कुछ सपने, कुछ उम्मीदें मेरी भी पूरी कर
कि मुझे भी थोड़ा और आगे चलने की इच्छा हो
ये मन की थकान
ये चेहरे पर उदासी और असफलता का बोझ
ये चुप और खामोश आवाज़
जिंदगी तुझे महसूस करने को तरसता मन
यही गुज़ारिश कर रहा है
कि थक चुकी हूँ मैं भी जिंदगी
थोड़ा आराम चाहिए!!-
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✍कुछ एहसास, कुछ अनकहे जज़्बात थ... read more
मीलों दूर से हमें देख मुस्कराता चाँद
इक एहसास की धुन छेड़ती ,नजरें झुकाये
सर्द मौसम और तारों से भरे आसमान के नीचे
यूँ ही इंतजार में बैठे हैं
सुकून आखिर ठहरा है कहाँ ?
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समेट गयी मेरे जीवन को
जब लगा बिखर कर टूट चुकी,
थक कर हार चुकी हूँ मैं
उसी क्षण थाम लिया
उम्मीद ने एक हाथ बढ़ा मुझे।।-
"किरदार"
चल फ़कीरा निकल पड़
इक और सफ़र पर
हाथ खाली ही सही
जहाँ से भी निकलना दुआएं देते हुए चलना
ख़ुद को प्रेम से भरा रखना
जहाँ दुःख नज़र आए
प्रेम का इत्र छिड़कते हुए निकलना
स्वार्थ का भाव तू जानता नहीं
अपना पराया क्या है ? मानता नहीं
सभी प्राणियों के लिए "मन पवित्र" रखना
तू फकीर ही सही
पर फकीरी का "किरदार" भी मजबूत रखना।।
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आज लिखने की तलब सी लगी
सोचा कि कुछ लिख लूँ
पर मन में आते हज़ारों खयालों ने
शब्द छीनकर हमें खामोश कर दिया।।
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बातें तो हुई थी
फ़िर क्यों लगता है कि बातें हुई नहीं
आवाज़ सुनी तो थी
फ़िर भी क्यों मन को चाहत हो रही सुकून की।।
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कभी-कभी मन में निराशा बढ़ने लगती है पर एक ख़्याल कि आप साथ हैं हर लक्ष्य के लिए आगे बढ़ने को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है।।
❤Thank You Univers❤-
मुद्दतों हुए चलते चलते
आख़िर और कितना चलना होगा?
रुक जा ऐ वक़्त
हमें यहीं अब ठहरना होगा।।
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दूर मत जाना
आपके बिना जीना भूल जायेंगे
जिंदा होंगे
एहसास खत्म हो जायेंगे।।-