इस बंधन मे बँधा तो दूजा तिजा बंधन छुट गया
करवा चौथ मनी तो हमसे रक्षाबंधन रूठ गया
दिन होली हो रात दिवाली वो त्योहार नहीं मिलता
इस धरती पर कभी किसी को सबका प्यार नहीं मिलता
KV-
लड़का अगर मान सम्मान सब कुछ एक तरफ करके अगर कुछ दिन की जान पहचान की लड़की के सामने रोये तो
उसे संसार से बचाकर ले जाओ क्योंकि उसे तुम्हारी जरुरत है
क्योंकि कर तो बहुत कुछ सकता है लेकिन प्यार करके बर्बाद हो रहा-
रोटी,कपड़ा और मकान के साथ-साथ तनिक धर्म पर चिंतन कर लिया करो
क्योंकि जहाँ धर्म कमजोर है वहाँ
रोटी छिन ली जाती
कपड़ा फाड़ दिया जाता
और मकान जला दिया जाता
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उदासी चखती रहती है दूखो को धार देती है
मोहब्बत कुछ नहीं करती है लड़के मार देती है-
मत जिंही मजबूरी में
बात करी भोजपुरी में
पढ़ी लिखी कउनो भाषा में
खुद से समझी भोजपुरी में-
कुछ लोग कहते है हमें पढ़ाई करो प्यार व्यार बेकार है
उनको बता रहे मेरे जैसा आज का युवा ऐसा है
हम नये दौर के पागल है
हमें नया निशाब (SYLLABUS) ही चाहिए,
हमें इंकलाब भी चाहिए
हमें इश्क गुलाब भी चाहिए।
हम दिनभर सपने चरते हैं
रातों को ख्वाब भी चाहिए,,
पढ़ने को किताब भी चाहिए
पीने को शराब भी चाहिए।।-
सत्य कथन
चार्ल्स नेपियर ने लिखा है- ‘अंग्रेजी नये युग का जनेऊ है, जिसके बिना आदमी का कोई आदर नहीं होता। जब तक भारतीय इस मोह से न छूटेंगे, तब तक हिन्दी का पूर्ण विकास नहीं हो सकेगा।’
📓-राष्ट्रभाषा और राष्ट्रीय एकता1958
✍🏻-रामधारी सिंह "दिनकर"-
जब सब कुछ आपके प्रतिकुल हो
तो वही सही समय है खुद की औकात मापने का
क्योंकि आपके पास खोने को कुछ नहीं रहता
सही कहा गया है
जूते फटे पहनकर आसमान पर चढ़े थे
सपने मेरी औकात से बड़े थे
❤💪-
वसुधा का नेता कौन हुआ?
भूखण्ड-विजेता कौन हुआ ?
अतुलित यश क्रेता कौन हुआ?
नव-धर्म प्रणेता कौन हुआ ?
जिसने न कभी आराम किया,
विघ्नों में रहकर नाम किया।"
स्वर्गीय रामधारी सिंह "दिनकर" जयंती
🙏शत शत नमन🙏-