कुछ लोग कहते है हमें पढ़ाई करो प्यार व्यार बेकार है
उनको बता रहे मेरे जैसा आज का युवा ऐसा है
हम नये दौर के पागल है
हमें नया निशाब (SYLLABUS) ही चाहिए,
हमें इंकलाब भी चाहिए
हमें इश्क गुलाब भी चाहिए।
हम दिनभर सपने चरते हैं
रातों को ख्वाब भी चाहिए,,
पढ़ने को किताब भी चाहिए
पीने को शराब भी चाहिए।।
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