उजाले वाली दुनिया ,
अलग दिखती है अंधेरे में ... !!-
मुझे प्रेम हुआ ।
मैंने एक कविता लिखी ,
और दिल की बात छुपा ली ।
कमबख्त ,
प्रेम कोई और ले गया ,
कविता किसी और ने चुरा ली....✍︎✈︎-
हँसते - हँसते
दर्द होगा सह लूँगा हँसते - हँसते
कुछ न कुछ तो कह लूँगा हँसते - हँसते
छोड़कर तुम जाओगे , जाओ - जाओ
बिन तुम्हारे रह लूँगा हँसते - हँसते
याद आई कल मुझको अगर तुम्हारी
आँख भर कर बह लूँगा हँसते - हँसते
इश्क़ करके तुम मुझसे दूर जाना
कतरा - कतरा ढह लूँगा हँसते - हँसते --
कभी कभी Life में
ऐसी Situation भी आती है ,
कोई बात करे तो ठीक
न करे तो भी ठीक ☺︎︎.....✍︎✈︎-
आज परछाई से पूछ ही लिया ,
क्यों चलती हो ... मेरे साथ ... !!
उसने भी हंसके कहा ,
और कौन है ... तेरे साथ ...-
दिन तो ढल गया रात
गुजरने की आस मे ,
सुरज नदी मे डुब गया
हम गिलास मे .....-
I am scared of attachments ,
because I believe ,
every attachment that
I have will finally break
my heart or leave me-