Ja.. Riha Kar Diya Tuze
Apni Baho Ki Kaid Se
Bas Ek Muze Chhod Kar
Ab Ye Sara Jaha Tera Hai-
को देखता न था
आज उससे लिखने लगा
ये तेरे वजूद काही तो असर है
जो अब ... read more
वक्त की नज़ाकत को देखकर
रुका हुं इस पल में ।
देखना है,
के वक्त और क्या क्या दिखाता है ।-
Never Loose Temperament
In Tough Situations
Because, Stable Mind Shows The Way,
How To Come Out Of It-
फिर एक बार गुजर रहा है कारवां
उन दर्द भरी गलियों से
जीन गलियों में कभी खुशियां ही खुशियां थी-
इन्तजार क्यूं है ?
ये अब तक समझ न सके ।
मगर लगता है,
के वो अगर मिल भी जाए
तो भी हमारे नसीब में नहीं होगा ?-
दिन निकले और तुमसे बात ना हुई
मुलाकात ना हुई ।
तो दिन गुजर जाता है मगर मिलने की
आस पूरी नही होती,
श्याम हुई पर मुलाकात ना हुई
रात हुई और तुमसे बात ना हुई
तो वो रात पूरी नही होती ।
-
अपनी ही कही बातों में उलझ गया ।
अब अगर मै चुप भी रहूं
तो भी मेरी खामोशी का
कुछ गलत ही मतलब निकल आता है ।-
फकत फिसला था ।
अब तक गिरा नही...
फिसलकर संभलने का हुनर जानता हुं..
लहरों की सवारी सीखी है मैने ।
और आसमान में उड़ना भी जानता हूं..-
आज कल कुछ लिखने का मन नहीं करता ।
फिर भी दो चार नज्में जहन में आ ही जाती है,
इक तेरी याद आने के बाद .......-
तुम मुस्कुराती हो तो
बरसात की फुहार आती है
खिल खिलाकर जो हंसो तो
बारिश धुआदार आती है
घुस्सा जो हो जाओ तो
गुलिस्ता भी रेगिस्तान सा लगता है
खुश हो जाओ अगर तो
सेहरा में भी बहार आती है
तुम्हारे आने से फिज़ा में ताज़गी आती है,
लौट जाओ अगर तो हवाएं भी रुक जाती है
यूंही नही कहते है तेरी आंखों को चांद
बदले जो तू मिजाज़ अपना तो
समंदर में भीं तुफानी लहरें आती है-