Naveen Upreti   ('नवीन')
1.0k Followers · 2.6k Following

read more
Joined 28 December 2018


read more
Joined 28 December 2018
9 MAY 2023 AT 21:47

कभी सोचा तुम्हें वीरान लम्हों में,
तो कभी महकती शाम में।।

कभी कर्राते हुए दर्द में,
तो कभी बैठे- बैठे आराम में।।

-


12 MAR 2023 AT 22:03

क्या तुम वहीं हो!
जहाँ से ये रास्ते अलग हुए थे
या बढ़ चले हो फिर से सफर में,
किसी की आश में किसी की तलाश में।

क्या तुम भी खामोश रहती हो!
अपने ही ख्यालों में मदहोशी में,
दिन के उजाले में चाँदनी रात में।


क्या तुम भी रोती हो!
बीते कल की याद में या पश्चात्ताप में,
अकेले बीरानगी में या फिर किसी के साथ में
बंद कमरे में या फिर खुले आसमान में।

-


11 FEB 2023 AT 23:18

तुम्हारी खूबसूरत आँखें देख कर,
भगवान भी शरमा जायेंगे।

कितनी नक्काशी से तरासा है इन्हें,
खुद ही भरम में पड़ जायेंगे।।

-


11 JAN 2023 AT 10:51

तुझसे जुड़े हर किरदार से दूर होना चाहता हूँ।

उनके लब्जों से तेरी बातों की महक आती है।।

-


12 JUN 2020 AT 20:44

जंगल

शेष बचा कुछ वक्त अभी भी,
छूट न जाए इन हाथों से।
बचा ले इंसा इस धरती को,
तू अपने ही विनाशों से ।

सब कुछ तो है सामने,
फिर भी इसे नकार रहे हैं।
काट कर के अपनी सांसें,
फिर घरों को सवार रहे हैं।

-


16 DEC 2021 AT 17:52

दिल उजड़े तो नए घर बस गए।
गाँव उजड़े तो कई शहर बस गए।।

-


13 NOV 2021 AT 0:26

बात मोहब्बत की जहाँ भी होगी ,

तू मेरे बाजूं में हर दफा होगी।

-


20 OCT 2021 AT 18:13

muskura deta hu bebak hokar
bas thoda sa rona cahta hu .
ek kinara de dena apni god ka
mai sar rakh kar ke sona cahta hu.

mile bhi kai or bichde bhi kai .
mai is duniya ki bheed mai .
bas ek tera hi hona cahta hu.

ha ho jaata hu kabhi hataash mai
sabne bas wkt hi to nikala hai .
bas ek tu mera ho jana yara .
or mai tera hona cahta hu..

-


29 SEP 2021 AT 1:32

Paid Content

-


29 SEP 2021 AT 1:06

ये रात सुहानी लगती है,
तेरी बात नूरानी लगती है।

वो जो मेरी गली से गुजरती है,
जानी पहचानी लगती है।

-


Fetching Naveen Upreti Quotes