Navaneet Kumar   (✍️navaneetkr_unique)
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Joined 30 April 2020


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Joined 30 April 2020
15 JAN AT 16:46

जरा सा मुस्कुराओ, तो हमे आराम हो।
इस जख्म-ए-दर्द का, यूँ इंतकाम हो।।
इलाज़ हकीमों से, अब मुनासिब नहीं...
हर मर्ज की दवा, बस तुम्हारा नाम हो।।

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3 OCT 2021 AT 13:09

"आंखों का पानी बचा रहे"

सहेज हर पन्ना जिंदगी का, लोग जिसे सुनें वो कहानी बचा रहे।
खोना नहीं जश्न-ए-शहर में, रगों में गांव का निशानी बचा रहे।

इंसान रंग बदले गिरगिट माफिक, ये फ़लसफ़ा है जिंदगी का..
संस्कार तुम्हारा विरासत की पूंजी है, यूँ ही वो नादानी बचा रहे।

यूँ ना बहाया करो इन मोतियों को, इस मतलबी दुनियाँ में..
थकना नहीं हालातों के आगे, कि हौसले का रवानी बचा रहे।

छलकाना किसी अपने के कंधे "नवनीत", या गोदी में माँ की...
बारी हो जब जश्न मनाने की, तो "आंखों का पानी बचा रहे"।।

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22 OCT 2020 AT 22:48

"आओ मरहम बन जाते हैं"

रखे जो दिल की मिट्टी नर्म, वो शबनम बन जाते हैं।
बदल कर रीत चंद्रग्रहण की, हम पूनम बन जाते हैं।
ढूंढता छाँव हर शख्स यहाँ, जिंदगी की कड़ी धूप में
जख्मों की इस दुनियाँ में, आओ मरहम बन जाते हैं।

#पूनम=full-moon

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3 AUG 2020 AT 7:30

"रक्षाबंधन"

महज धागा नहीं दिलों के बीच का तार है ये रक्षाबंधन।
भाई बहन के बीच का अनमोल प्यार है ये रक्षाबंधन।
खुश रहो तुम हमेशा कोई आंच ना आये तुम पे कभी
भाई का बहन से इस वादे का इकरार है ये रक्षाबंधन।।

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26 JUL 2020 AT 9:06

"प्यार का रोग"
जिंदगी के सफ़र में जब ये Accident हो जाता है,
कहीं Deficient तो कहीं Efficient हो जाता है ।
जब नयन से नयन के तार लड़नें लगते हैं,
तो ये नादान दिल प्यार का Patient हो जाता है ॥

ये रोग लाइलाज है इसे Avoid कीजिए,
हो भी जाये तो दिल में ही Hide कीजिए ।
छुने से नहीं फ़ैलता ना ही Infection होता है,
शिकार होने से पहले खुद ही Decide कीजिए ॥

अब तो ये प्यार नहीं बस जिस्मों का Attraction है,
मत भुलो की अब Make-up का ही Fashion है ।
ये साथ निभाने के वादे मे उलझ मत जाना,
कभी Complete नहीं होगा ये ऐसा Transaction है ॥

इस बीमारी से ज्यादा इसका Side-effect होता है,
इसका Virus बीमारी के बाद ही Detect होता है ।
इस चक्कर मे पड़कर कितने बरबाद हो गये पर
प्यार में Winner ही ऐ Mr. PERFECT होता है ॥

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22 JUL 2020 AT 7:37

"किस बात की सजा है ये"

बेनाम क्यूँ है मेरा रिश्ता, अब इसे कोई नाम तो दो।
फिर रहा हूँ मैं यूँ दरबदर, मुझे कोई मकाम तो दो।

मेरे इश्क के नसीब में, साहिल मिलना ही नहीं शायद
मझधार ये वाजिब नहीं, अच्छा या बुरा अंजाम तो दो।

पलकें बिछाये बैठा है दिल मेरा, तुम्हारे इंतज़ार में
नहीं आना मेरी गली तो भी सही, पर पैग़ाम तो दो।

हिस्सा तो हम भी थे, तुम्हारा इश्क पानें की होड़ का
माना कि जीते नहीं, पर तसल्ली वाला ईनाम तो दो।

मुकर्रर किया है तुमने, चलो कबूल करते हैं हम
किस बात की सजा है, अरे कोई इल्जाम तो दो।

दिल मेरा बच्चा है अभी, नादानियाँ करने लगा है
हम भी मिसाल बनें प्यार के, ऐसा आयाम तो दो।

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16 JUL 2020 AT 7:24

"बहुत कुछ है कहने को"

खता हुई क्या मुझसे, मिलकर एक बार बताना जरूर
यादें जो रह गयी तुम्हारे पास, साथ उन्हें लाना जरूर।

अभी थोड़ा वक्त और लगेगा, मुझे संभालने में खुद को
बहुत कुछ है कहने को, फुरसत मिले तो आना जरूर।

ऐसे भी कोई रूठता है क्या, अपनों से नाराज यूँ होकर
किस बात पे रूठा है दिल, एक बार इसे मनाना जरूर

बहुत शिद्दत से सजाया है मैंने, इसे तुम्हारी खातिर
कुछ हसीन लम्हें मेरे दिल के, घरौंदें में बिताना जरूर।

ये सफर प्यार का कट जायेगा, मिलकर साथ चलनें से
बढ़ लूंगा मैं दो कदम, दो कदम तुम भी बढ़ाना जरूर।

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15 JUL 2020 AT 7:56

तेरे होंठ गुलाबी मुझे भाने लगे,
रात दिन तेरे ही ख्वाब आने लगे।
तुम्हारी नजर का जादू यूँ चला,
तेरी नैनों की वादी में नहाने लगे।
तुझमें ही खोये रहतें हैं हरदम,
और तेरा ही गीत गुनगुनाने लगे।
प्यार की ये जमीं जो बन्जर थी,
उसपे हम भी फ़सलें उगाने लगे।
तुम्हारे कदम बढ़ रहें है यूँ इधर,
तेरी राह में पलकें बिछाने लगे।
तुम आकर रहोगी यही सोचकर,
अपने दिल का कमरा सजाने लगे।
मेरे पास आ तुझे अपना बना लूँ,
ये जमाना ना बीच में आने लगे।
जन्म जन्म का तुम्हारा साथ रहे,
अपनी तकदीर तुम्ही से बनाने लगे।
तुम मेरी हमसफ़र हो और रहोगी,
तेरे साथ मिलकर सपने सजाने लगे।
वफ़ा का जुनून अब कुछ यूँ चढ़ गया,
दुश्मनी के वादे भी हम निभाने लगे।

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14 JUL 2020 AT 7:49

"प्यार में कभी कभी"

वादा जिंदगी साथ बिताने का, कुछ यूँ निभाना पड़ता है।
रूठें भी वो खता भी उनकी, फिर भी मनाना पड़ता है।

लगी हो शर्त जब उनसे, बेपनाह यूँ इश्क करने की
टूटे ना दिल उनका, खुद हारकर जिताना पड़ता है।

मुमकिन नहीं हर बार, पढ़ सके कोई हमारे एहसांसो को
जज्बात हो जब दिल में, तो होंठों से भी जताना पड़ता है।

यूँ तो वक्त सिखा देता है, प्यार के मौसम में ढलने का जज्बा
कमी ना हो समझने में, कुछ लम्हा साथ बिताना पड़ता है।

कुछ मुश्किलें भी जरूरी हैं, जिंदगी में हौसला बनाने के लिये
हालात जब बस में ना हों, तो मिलकर गले लगाना पड़ता है।

वाज़िब नहीं इश्क में हर बार, कसूर यार का हो जनाब
प्यार में कभी कभी, खुद को भी आजमाना पड़ता है।

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13 JUL 2020 AT 7:48

"चंदा-किसी के प्यार में"

चंदा तेरा रूप तो, कुछ यूँ निराला लगता है।
तूँ तो किसी के प्यार में, मतवाला लगता है।

उनकी खुशी खातिर तुमनें, दिल में दबा रखे हैं कुछ जज्बात
नशे में रहने लगे हो अब, पास में कोई मधुशाला लगता है।

खामोशी उनकी तकलीफ देती है, फिर भी इश्क कर रहे हो
हर रात रूबरू होते हो उनसे, तूँ बड़ा हिम्मतवाला लगता है।

शायद उन्हें अभी खबर नहीं है, तुम्हारे बेपनाह इश्क की
बंद हैं दरवाजे तुम्हारे लिये, दिल पे लगा ताला लगता है।

कोई और ना देखे उन्हें, ये चिंता तुमको बेकरार करती है
पहरा उनके छत पर रोज़, तूँ उनका रखवाला लगता है।

बड़ी मुद्दत से मिलते हैं जमाने में, यूँ सच्चा इश्क करने वाले
हर शख़्स आशिक यहाँ, इश्क का कोई पाठशाला लगता है।

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