आंखे बंद करली हमने अपनी
समा लिए तुम्हे आंखो में सदा के लिए-
जिंदगी की तपती धूप में महसूस होता है
तेरा साथ एक घने साए के मानिंद
बेदर्द लोगो के बीच में खड़ा होता है
तू एक हमदर्द दोस्त के मानिंद
मायूस और बेरंग सी सोचो में होता है
तेरा ज़िक्र एक रंगीन शाम के मानिंद
कांटो भरे रास्ते पर हाथ में हाथ होता है
तेरा एक खिलते गुलाब के मानिंद
हर पल तू ही मेरी दुआओ में होता है
तू रह हमेशा पास मेरे एक खज़ाने के मानिंद
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मैं मुज्तरिब खड़ी हु तन्हा एकदम
आ जा तू मुझे समेटने मेरे हमदम
नदी किनारे जहां मिलते थे हम तुम
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गुम थी कुछ इस तरह के ,
आ न सकी न कुछ कह सकी,
आज आया होश तो पता चला,
बहुत कुछ खो दिया मैने।।
हां दूर थी पर लापता नही,
लोग ढूंढ सकते थे मुझे,
शायद किसीने चाहा ही नहीं,
पर आस लगाई थी मैने।।
देखा दुनिया कैसे बदलती है रंग,
साथ देती सामने होने पर ,
पीट पलटते ही करती पराया,
ऐसा सोचा न था मैने।।
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और ज़रा देख तो ले
कैसा मैंने उसमे तेरे लिए
सपनो का महल बना रखा है
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तो आज किसी को किसी से
कोई शिकायत ना होती
ना कोई बेरूख़ी करता किसी से
और ना ही बेवफाई होती
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टूट गया
जो कुछ छुपा रखा था
आज वो लूट गया
लावा जैसा बाहर निकला
वो क्या बोल गया
दिल में छुपाए रखा था
एक ही झटके में हमारी
सारी जिंदगी का राज खुल गया-
अब तो बता दे
दिल का पता दे
बस एक बार सदा दे
उसको बुला दे
दूरियां मिटा दे
सपने सजा दे
नसीब जागा दे
उनको हमारा बना दे-