Kitne asani se kahte hai ki marne ki hajar vajah hai kambakht jine ki ek vajah nahi hoti. Kabhi socha hai unke bare me jinke hajaro khwab hote hai lakin jindagi unke hath me nahi hoti.
एक परंपरावादी पिछड़े सोच वाले समाज में लड़कियों का पालन पोषण इस तरीके से किया जाता है की, लड़किया ऐसे कार्यों को भी अपना कर्तव्य मान के कर लेती है जिन कार्यों की जगह उनके सपनो की दुनिया में कही नही होती।