खास हो तुम दुनिया में सब से ज्यादा
तुमसे भी प्यारा,सुमुखी व्यवहार तुम्हारा
आंखों देखी बात नहीं है ये सब
महसूस हुआ है हर पल प्यार तुम्हारा
यादों को टटोल कर पलकें नम हुई हैं
प्रिय याद तुम्हारी फिर आई है,,
याद है मुझे हर वो पल
गुजरे थे जो साथ तुम्हारे
वक्त का वो प्यारा सा सुनहला आंचल
वो पहले मुलाकात का मीठा एहसास हमारा
वक़्त ने ली,आज फिर फिर यूँ अंगडाई
प्रिय याद तुम्हारी फिर आई है,,
तेरे लफ्जों की वो भीनी खुश्बू
अब तलक मेरे मन में महक रही है
तेरे होने के अनोखे एहसास से
मन की बगिया भी महक रही है
आज फिर वही हवा,खुशबु तेरी साथ ले आई
प्रिय,याद तुम्हारी फिर आई है,,
याद तुम आती हो हर पल
हर पल बस तुझको ही सोचता हुं
तेरे यादों को संजीता रहता
तेरे बातों से ही संवरता हुं
एक नहीं ऐसा पल जब तन्हाई में साथ तुम ना आई हो
फिर कैसे कह दूं याद तुम्हारी फिर आई है
भुला ही कहां कभी वक्त के साथ तुझको
जो कह सकूं प्रिय याद तुम्हारी फिर आई है ।
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