शक भी यार तुम्ही पे है,
प्यार भी पर तुम्ही से है।
तू चाहे बरस जा यार
तू चाहे तो सूखा कर
मैं तू हूं बंजर सा धरती
उम्मीद भी यार तुम्ही से है।
ये फूल वोल ,ये गुलशन वुलशन
ये नदिया,ये झरना ,खुशबू
सब कुछ, तुझसे मिलता जुलता
सुकून तो यार तुम्ही से है।
तू कहे तो तेरा हो जाऊं,
तू कहे तो सर के बल भी चलूं।
तू चाहे तो बन जा सागर सा,
नदियों से तुझसे हर पल मैं मिलु।
तू कहे तो सूरज से आंख मिलाऊं,
तू कहे तो चंद्र सा शीतल बन जाऊं।
तुम तो हो जी सांस मेरी
धड़कन भी यार तुम्ही से है।
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