Naris Noor ❤️   (Naris)
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No, I am not a writer📝.I am a future judge🕴.
Joined 6 March 2019


No, I am not a writer📝.I am a future judge🕴.
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8 MAR 2021 AT 0:27

People never show their true colours,
It depends on you how you analyse the image they project.....

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20 FEB 2021 AT 22:39

अंदाज़ बदल दिया है उन्होंने कुछ इस अंदाज़ से,
कि अब बहुत अंदाज़ से नज़रअंदाज़ करते हैं....

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21 DEC 2020 AT 22:56

कुछ सवाल है मेरे,
इनको कोई जवाब तो मिले...

रातों में सोने के लिए नींद तो है,
लेकिन कोई हसीन ख्वाब तो मिले...

कांटों को भी सह लेंगे हम,
कोई सुंदर गुलाब तो मिले....

लाभ हानि भी देख लेंगे,
पहले कोई हिसाब तो मिले...

जज्बातों को भी पढ़ लेंगे,
पहले तेरे दिल की किताब तो मिले....

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8 NOV 2020 AT 0:42

ਹਰ ਵਾਰ ਧੋਖਾ ਕਰਦੀ ਤਕਦੀਰ ਮੇਰੀ,
ਇਹ ਵੀ ਸੱਜਣਾ ਵਾਂਗ ਬੇ-ਵਫਾ ਲੱਗਦੀ ਹੈ,
ਪਿਆਰ ਦਾ ਰੋਗ ਲੱਗ ਗਿਆ ਜਿੰਦ ਮੇਰੀ ਨੂੰ,
ਹੁਣ ਨਾ ਦਵਾ ਲੱਗਦੀ ਹੈ, ਨਾ ਦੂਆ ਲੱਗਦੀ ਹੈ.....

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7 NOV 2020 AT 21:54

If poetry has a light then it travels through my veins until it reaches my heart which keeps pumping as I pen down with every breath......

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5 NOV 2020 AT 10:21

क्यों मैं खुद से दूर हो गई,
खुद को पहचानने में ही मुझसे भूल हो गई,

राहों में अकेली चलती हूं,
बातें भी अब खुद से ही करती हूं,

खुद को मैं हार गई खुद से,
पलट कर देखा भी नहीं ना जाने कब से,

काश एक हवा का झोंका ज आए,
मेरी अनजानी सी अंधेरी दुनिया मिटा जाए,

बारिश में आंसुओं को बहाकर ले जाए,
और सब कुछ ठीक हो जाए......

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30 OCT 2020 AT 20:27

सुई सी ज़िंदगी, बिन धागे की,
सिलती तो कुछ नहीं, बस चुभती जा रही है.....

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26 OCT 2020 AT 13:00

ਅੱਜ ਤੇਰੀ, ਕੱਲ ਮੇਰੀ ਵਾਰੀ ਆ,
ਕਹਿ ਗਏ ਸੱਚ ਸਿਆਣੇ, ਇਹ ਦੁਨੀਆਦਾਰੀ ਆ,
ਜਿਸ ਦੇ ਕਰਮਾ ਵਿੱਚ ਜੋ ਲਿਖਿਆ ਅੰਤ ਉਸ ਨੇ ਉਹ ਪਾ ਜਾਣਾ,
ਜਦ ਰੱਬ ਦੀ ਹੋ ਗਈ ਮੇਹਰ, ਵਕਤ ਸਾਡਾ ਵੀ ਆ ਜਾਣਾ.....

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13 OCT 2020 AT 19:52

सुबह चुभती है मेरी आंखों में,
अंधेरा हमसफर लगता है,
तेरी दी हुई तन्हाइयों का असर है ये,
कि खुद से मिलते हुए भी डर लगता है....

ये सूखे से पत्ते,
यह उजड़ी सी शाखें,
ये उठता सा धुआं,
ये बुझती सी यादें,
ना जाने क्यों देखा - देखा सा ये सारा मंज़र लगता है,
सुबह चुभती है मेरी आंखों में,
अंधेरा हमसफर लगता है.....

ये बढ़ते हुए से फासले,
ये रुके - रुके से सिलसिले,
यह खफा-खफा सी मंजि़ले,
ये खोए - खोए से रास्ते,
ना जाने थका - थका सा क्यों ये सारा सफर लगता है,
सुबह चुभती है मेरी आंखों में,
अंधेरा हमसफर लगता है,
तेरी दी हुई तन्हाइयों का असर है ये,
कि खुद से मिलते हुए भी डर लगता है.....

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12 OCT 2020 AT 23:09

Stay by my side
When the world is pretty fine,
when the life course is just perfect
and I find what is mine. 💓

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