Narendra Sagar  
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Joined 30 December 2020


Joined 30 December 2020
4 MAR 2021 AT 8:58

राहें गुजरती रही हमारी बस कुछ सफर बाकी है।।
तू तो है नहीं अब बस तेरी तलब बाकी है

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3 FEB 2021 AT 7:36

मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता तुम कुछ भी करो
आज वो हमसे ऐसा कहते थे ।
पर हाल - ए - दिल उनका
उनकी आँख के आंसू कहते थे।
किसी वक़्त दिल में बिठाया था
तुझे ये सोचकर हम चुप रहे..
वरना हम ऐसे कहा
जो किसी का कहा सहते थे.....😊😊😊😊

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29 JAN 2021 AT 21:37

Love

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