कुछ हादसों के गवाह नहीं होते। -: निशा राज़दान -
कुछ हादसों के गवाह नहीं होते। -: निशा राज़दान
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ज़िन्दगी को कहना है,आज फिर तुझ संग,खुद को यूं जीना है। -: निशा राज़दान -
ज़िन्दगी को कहना है,आज फिर तुझ संग,खुद को यूं जीना है। -: निशा राज़दान
प्यार पर ही आकर खतम हो ये ज़रूरी तो नहीं।😔 -: निशा राज़दान -
प्यार पर ही आकर खतम हो ये ज़रूरी तो नहीं।😔 -: निशा राज़दान
पलकें झपकते ही गुम हो जाते हों, ना जाने तुम कहां चले जाते हों। -: निशा राज़दान -
पलकें झपकते ही गुम हो जाते हों, ना जाने तुम कहां चले जाते हों। -: निशा राज़दान
ज़ख़्म हरे हो गए फिर से जब सामने तुम नज़र आए। -: निशा राज़दान -
ज़ख़्म हरे हो गए फिर से जब सामने तुम नज़र आए। -: निशा राज़दान
बीते वक्त की तरह, तुम एक याद बन गए हो,कैसे कहे तुम्हें कि.. तुम एक फरियाद बन गए हो। -: निशा राज़दान -
बीते वक्त की तरह, तुम एक याद बन गए हो,कैसे कहे तुम्हें कि.. तुम एक फरियाद बन गए हो। -: निशा राज़दान
प्यार के वादें करके, क्यूं मुझे बेवफा कह गए वो। -: निशा राज़दान -
प्यार के वादें करके, क्यूं मुझे बेवफा कह गए वो। -: निशा राज़दान
तु खुबसूरत इतनी, कैसे रहूं खफा मैं तुझसे तु कहे तो तुझे पन्नों पर उतार दूं इस जहां से छुपा के। -: निशा राज़दान -
तु खुबसूरत इतनी, कैसे रहूं खफा मैं तुझसे तु कहे तो तुझे पन्नों पर उतार दूं इस जहां से छुपा के। -: निशा राज़दान
ओ मेरे सांवरेमन के भाव कैसे समझाऊं तुम्हें तुम पालनकर्ता कभी तो समझ जाओ मुझे। -: निशा राज़दान -
ओ मेरे सांवरेमन के भाव कैसे समझाऊं तुम्हें तुम पालनकर्ता कभी तो समझ जाओ मुझे। -: निशा राज़दान
फिर से आकर मेरे ज़ख्म भर दो। -: निशा राज़दान -
फिर से आकर मेरे ज़ख्म भर दो। -: निशा राज़दान