Nanjiram Dewasi   (ND_Hemawas)
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मैं कभी नहीं होता हूँ किसी से आहत
क्योंकि मेरे दिल में है नव सृजन की चाहत
Joined 11 April 2024


मैं कभी नहीं होता हूँ किसी से आहत
क्योंकि मेरे दिल में है नव सृजन की चाहत
Joined 11 April 2024
17 APR AT 10:51

जहाँ नकारात्मकता के लिए जरा सी भी जगह नहीं होती है

विपरीत परिस्थितियाँ सिर्फ बहाना ही है , यह कोई वजह नहीं होती है

ढूँढ लें सकारात्मकता के समंदर में आशा के मोती

प्रतिभाएँ कभी परिस्थितियों की मोहताज नहीं होती

एक जिद्द ही काफी है जीत के लिए ,
प्रतिभाएँ कभी प्रतिकूल परिस्थितियों का रोना नहीं रोती ।

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14 APR AT 11:11

बेहिसाब अहमियत है मेरे दिल में तेरी मगर मैं बता नहीं सकता

बेपनाह मोहब्बत है तुझसे मगर मैं जता नहीं सकता

गम है कि इस बेदर्द जमानें में मुझसे तेरा राब्ता हो नही सकता


( राब्ता : मिलन )

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12 APR AT 8:20

गुजर जाएगा वक्त यूँ ही बेचैनी की गलियों में

काश किसी मोड़ पर मुखातिब हो जाएँ तुमसे

निकल पडे़ हम तुम एक लंबी यात्रा पर साथ साथ

जहाँ से वापसी का कोई रास्ता ना हों

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11 APR AT 16:19

कभी कभी उलझ कर अपनी ही उलझनों में
चक्रव्यूह सा बन जाता है अपना जहान

जहाँ घुस तो जाते है अभिमन्यु बनकर मगर चक्रव्यूह को भेद पाना नहीं होता है इतना आसान

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11 APR AT 15:28

अधूरे इश़्क में सिर्फ अश्क मिलते है

वादा करों , तुम तो ऐसा न करोगें

निष्ठाहीन मोहब्बत में सिर्फ ज़ख्म मिलते हैं

वादा करों , तुम तो ऐसा न करोगें

✍️ND_Hemawas

( अश्क : आँसू )

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11 APR AT 15:19

तेरी फिक्र में खुद को भूल गया हूँ मैं ,यह तो बस तेरे इश़्क का ही सुरुर है

तुम मानो या न मानों , यह तो बस तुम्हारी नजरों का ही कसूर है

सिर्फ तुमसे ही आशिकी है , मुझे किसी ओर की तरफ न झाँकने का गुरुर है ।

~ND_Hemawas

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11 APR AT 10:36

बेताब हूँ मैं तुम्हारी एक झलक पाने को

तुम साथ चलों तो तैयार हूँ दूर तलक जाने को

फूल यूँ ही नहीं खिलते है महक जाने को

वों खिलते है तुम्हारी राह में पलक बिछाने को

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11 APR AT 9:31

अपनी बेचैनी को दिल में छिपाएं जब जमीं पें बैठकर निहारता हूँ उन चमकते तारों को

तो सोचता हूँ कितने फासले है उनमें भी शायद उनको भी मिलता नहीं होगा प्यार बेचारों को

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11 APR AT 9:01

सबसे जुदा है मनमोहक
अदाएँ तेरी मेरे यार

ना कोई तुम - सा हसीं,
देख लिया सारा संसार

चंदन सी महकती हो तुम
,जब बहती है मंद मंद बहार

जब से मुलाकात हुई है तुमसे
तो मैनें जाना , क्या होता है प्यार

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11 APR AT 8:54

बिखर गया है वह सूखे पत्तों की तरह जब से
तुम्हारी बेवफाई के तूफान ने कोहराम मचाया है ।

अब और कोई तितली नहीं बैठती है उस फूल
पर जों तेरी बेवफाई की तेज धूप से मुरझाया है ।

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