जहाँ नकारात्मकता के लिए जरा सी भी जगह नहीं होती है विपरीत परिस्थितियाँ सिर्फ बहाना ही है , यह कोई वजह नहीं होती है ढूँढ लें सकारात्मकता के समंदर में आशा के मोती प्रतिभाएँ कभी परिस्थितियों की मोहताज नहीं होती एक जिद्द ही काफी है जीत के लिए ,प्रतिभाएँ कभी प्रतिकूल परिस्थितियों का रोना नहीं रोती । -
जहाँ नकारात्मकता के लिए जरा सी भी जगह नहीं होती है विपरीत परिस्थितियाँ सिर्फ बहाना ही है , यह कोई वजह नहीं होती है ढूँढ लें सकारात्मकता के समंदर में आशा के मोती प्रतिभाएँ कभी परिस्थितियों की मोहताज नहीं होती एक जिद्द ही काफी है जीत के लिए ,प्रतिभाएँ कभी प्रतिकूल परिस्थितियों का रोना नहीं रोती ।
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बेहिसाब अहमियत है मेरे दिल में तेरी मगर मैं बता नहीं सकता बेपनाह मोहब्बत है तुझसे मगर मैं जता नहीं सकतागम है कि इस बेदर्द जमानें में मुझसे तेरा राब्ता हो नही सकता ( राब्ता : मिलन ) -
बेहिसाब अहमियत है मेरे दिल में तेरी मगर मैं बता नहीं सकता बेपनाह मोहब्बत है तुझसे मगर मैं जता नहीं सकतागम है कि इस बेदर्द जमानें में मुझसे तेरा राब्ता हो नही सकता ( राब्ता : मिलन )
गुजर जाएगा वक्त यूँ ही बेचैनी की गलियों में काश किसी मोड़ पर मुखातिब हो जाएँ तुमसे निकल पडे़ हम तुम एक लंबी यात्रा पर साथ साथ जहाँ से वापसी का कोई रास्ता ना हों -
गुजर जाएगा वक्त यूँ ही बेचैनी की गलियों में काश किसी मोड़ पर मुखातिब हो जाएँ तुमसे निकल पडे़ हम तुम एक लंबी यात्रा पर साथ साथ जहाँ से वापसी का कोई रास्ता ना हों
कभी कभी उलझ कर अपनी ही उलझनों में चक्रव्यूह सा बन जाता है अपना जहान जहाँ घुस तो जाते है अभिमन्यु बनकर मगर चक्रव्यूह को भेद पाना नहीं होता है इतना आसान -
कभी कभी उलझ कर अपनी ही उलझनों में चक्रव्यूह सा बन जाता है अपना जहान जहाँ घुस तो जाते है अभिमन्यु बनकर मगर चक्रव्यूह को भेद पाना नहीं होता है इतना आसान
अधूरे इश़्क में सिर्फ अश्क मिलते है वादा करों , तुम तो ऐसा न करोगें निष्ठाहीन मोहब्बत में सिर्फ ज़ख्म मिलते हैं वादा करों , तुम तो ऐसा न करोगें✍️ND_Hemawas( अश्क : आँसू ) -
अधूरे इश़्क में सिर्फ अश्क मिलते है वादा करों , तुम तो ऐसा न करोगें निष्ठाहीन मोहब्बत में सिर्फ ज़ख्म मिलते हैं वादा करों , तुम तो ऐसा न करोगें✍️ND_Hemawas( अश्क : आँसू )
तेरी फिक्र में खुद को भूल गया हूँ मैं ,यह तो बस तेरे इश़्क का ही सुरुर है तुम मानो या न मानों , यह तो बस तुम्हारी नजरों का ही कसूर है सिर्फ तुमसे ही आशिकी है , मुझे किसी ओर की तरफ न झाँकने का गुरुर है ।~ND_Hemawas -
तेरी फिक्र में खुद को भूल गया हूँ मैं ,यह तो बस तेरे इश़्क का ही सुरुर है तुम मानो या न मानों , यह तो बस तुम्हारी नजरों का ही कसूर है सिर्फ तुमसे ही आशिकी है , मुझे किसी ओर की तरफ न झाँकने का गुरुर है ।~ND_Hemawas
बेताब हूँ मैं तुम्हारी एक झलक पाने को तुम साथ चलों तो तैयार हूँ दूर तलक जाने को फूल यूँ ही नहीं खिलते है महक जाने को वों खिलते है तुम्हारी राह में पलक बिछाने को -
बेताब हूँ मैं तुम्हारी एक झलक पाने को तुम साथ चलों तो तैयार हूँ दूर तलक जाने को फूल यूँ ही नहीं खिलते है महक जाने को वों खिलते है तुम्हारी राह में पलक बिछाने को
अपनी बेचैनी को दिल में छिपाएं जब जमीं पें बैठकर निहारता हूँ उन चमकते तारों को तो सोचता हूँ कितने फासले है उनमें भी शायद उनको भी मिलता नहीं होगा प्यार बेचारों को -
अपनी बेचैनी को दिल में छिपाएं जब जमीं पें बैठकर निहारता हूँ उन चमकते तारों को तो सोचता हूँ कितने फासले है उनमें भी शायद उनको भी मिलता नहीं होगा प्यार बेचारों को
सबसे जुदा है मनमोहक अदाएँ तेरी मेरे यारना कोई तुम - सा हसीं, देख लिया सारा संसारचंदन सी महकती हो तुम ,जब बहती है मंद मंद बहारजब से मुलाकात हुई है तुमसे तो मैनें जाना , क्या होता है प्यार -
सबसे जुदा है मनमोहक अदाएँ तेरी मेरे यारना कोई तुम - सा हसीं, देख लिया सारा संसारचंदन सी महकती हो तुम ,जब बहती है मंद मंद बहारजब से मुलाकात हुई है तुमसे तो मैनें जाना , क्या होता है प्यार
बिखर गया है वह सूखे पत्तों की तरह जब से तुम्हारी बेवफाई के तूफान ने कोहराम मचाया है ।अब और कोई तितली नहीं बैठती है उस फूल पर जों तेरी बेवफाई की तेज धूप से मुरझाया है । -
बिखर गया है वह सूखे पत्तों की तरह जब से तुम्हारी बेवफाई के तूफान ने कोहराम मचाया है ।अब और कोई तितली नहीं बैठती है उस फूल पर जों तेरी बेवफाई की तेज धूप से मुरझाया है ।