मुझे अच्छा लगता है
काले बादल, ठंडी हवा ,बारिश,चाय और वो।❤️-
बहाने ढूंढती हूं बात करने के तुझसे...
पर ना जाने क्यों तू आंखें चुराता है मुझसे....
मुझसे है कोई शिकायत या शिकवा है खुद से !
तेरी आंखों में तेरा दिल का हाल दिखता है....
तु भी मुझे मेरी तरह ही बेहाल दिखता है !
तू वो चांद है जिसको मैं पाना नहीं चाहती ...
पर तुझे देखने का एक भी मौका गंवाना नहीं चाहती... तुझे दूर से चाहना मंजूर है मुझे मेरी इस इबादत पर गुरूर है मुझे ...!
तुझे अपनी लफ्जों में छुपा कर रखूंगी...
अपनी जिंदगी का हिस्सा बना कर रखूंगी ....
चांद सा है तू पर तेरी चांदनी नहीं मैं ...
खुद को जमी बना कर रखूंगी ।।।।-
मैं नासमझ ही सही पर वो तारा हूं जो.....
तेरे एक ख्वाहिश के लिए सौ बार टूट जाऊं !💞
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शब्दों में क्या तारीफ़ करू
आप शब्दों में कहा बन्ध पाएंगे
मेरी आंखों में तो देखिए
हजारों अल्फाज़ यूंही बिखर जाएंगे !-
तेरे जाने से इस शहर के भीड़ में भी मैं तन्हा सी रहती थी
आज के मौसम कुछ इशारे कर रहे
मानो जैसे मेरा चांद मेरे शहर फिर से निकल आया हो!🌃-
Suno n ....!
Dusro ki sunne se pahle ....
ek baar meri sun lena
sab samajh jaoge !-
Kaisi hai ye Mohabbat...
Kaisa ye pyar hai ...
Ek taraf hai khamoshi...
To ek taraf intezar hai !-