इंसानियत है इसलिए,
दुनिया नीच समझती है ।-
एक अनुरोध है कृपय... read more
कदर तभी तक है,
जबतक ऊँचाई पर हैं ।
गिरने के बाद तो
कुचल दिया जाना
ही नियति बन जाती है ।-
" चोर " एक ऐसा शब्द है,
जिससे मन में एक नकारात्मक भाव उत्पन्न होता है,
जो रात के अंधेरे में या नजरें बचा कर,
किसी का सामान उड़ा ले जाता है ।
संसार ने चोरी को महापाप का नाम दिया है ।
" वो आते आँखों में याचना लिए,
मैं सोचता, मैं क्या कर सकता हूँ इनके लिए ।
शेष अनुशीर्शक में 👉-
सम्मान पाने वाले से
ज्यादा महत्व सम्मान
देनेवाले का होता है ।
क्योंकि उसके सुसंस्कृत
होने का परिचय है,
एवं परखने की क्षमता है ।
बिटिया मैं लगभग
निराश था, लेकिन
तुमने पुनः ऊर्जावान बना दिया ।
सदा हमारी मंगलकामना
बिटिया तुम्हारे उज्ज्वल भविष्य के लिए ।-
यथा नामे तथा गुणे -
नि- निश्छल, नई संभावनाओं की खोज ।
धि- धीरज धर,
अं- अंशमात्र भी मिले ज्ञान,
शु- शुद्ध हृदय से स्वीकार करें ।
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हमारी हार्दिक शुभकामनायें ।-
क्या कोई अपनी जिन्दगी से संतुष्ट है?
शायद नहीं, हम उनकी भाषा नहीं समझते,
तो लगता है बड़े खुश हैं वो, पर मुमकिन है,
वे भी सोचते हों, हमारा भी एक ठिकाना होता
एक परिवार होता, सब साथ मिलजुल कर
योजना बनाते, हमें एक एक दाने के लिए
दिन भर भटकना नहीं पड़ता ।-
मेरे मोबाइल में खराबी आगई है,
इसलिए कुछ दिनों का अवकाश ।-
जन्म लेकर गोद में खेलना, आश्रित फिर श्रमिक, श्रम करते-करते उतार चढ़ाव झेलते कूच कर जाना ।
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एक किनारा दूर हटता है,
तो स्वभाविक है दूसरे का भी दूर हट जाना ।
हटे भी तो क्यों नहीं,
महत्वाकांक्षा की बाढ़ जो आजाती है ।-