राह में कांटे किस की नहीं होते,
मगर,
गुलिस्तान तक के सफर में हमसफर यही हैं ।
दोस्ती इनसे कठिन लगती है कुछ पल,
मगर,
जीवन सफर के अटूट साथी यही हैं ।
खुशियों का एहसास हो न हो मानव को,
मगर,
गम खटकते बहुत हैं ।
साथ निभा के चलना सीख लें तो बस,
यही जीवन है , यही जीवन है।
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