जब जब जीवन में कष्ट आएं
खुद को प्रभु के समीप पाएं
हे! प्रभु बस ये शक्ति दें
हम इस बात को भूल न पाएं।
तप तप कर सोना निखरा
फिर क्यों तू इस बात पर बिफरा
रख ले धैर्य रख ले मौन
हे! प्रभु बस ये शक्ति दें
हम इस बात को भूल न पाएं।-
हज़ारो राज़ समेटें हुए
परत दर परत पलटोगे
कुछ तो नया पाओगे।
सागर समेटें... read more
धूप सेंकने दो न कुछ हसीन यादों को
जाड़े की सर्द हवाओँ के बाद 🌬️🌪️
आज सूरज गरमाया है 🌞
आज मेहबूब मुस्काया है😊-
वक़्त के साथ
और
गाढ़ी होती जा रही
अब ये जीवन के हर नए पन्ने पर
"हैडलाइन"
लिखने के काम आ रही।-
है मेरी दुनिया
किताबें, तस्वीरें, यादें
मेरे शब्द और तेरी बातें
है इस ज़माने से अलग
ये मेरी दुनिया।-
वो भी एक समा था
जब दिल में गुलाब नही
पूरा का पूरा गुलिस्तां था।
तुम ख्वाब से बाहों में
हरपल खुशनुमा था।
दिलों की आहट काफी थी
एक हलचल मचाने को
काटों भरे जहां में
दिल बागबां था
वो भी एक समय था।
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हर सुबह एक पन्ना है कोरा
चल उठ फिर से जी ले छोरा
बस लड़ने वालों को सलाम करता
ये जहां न तोरा है न मोरा-
पीली रोशनी में, यूँ गुलाबी सी तुम
तुम मगन हो खुद में, और मैं बस तुम में गुम।
अमावस की रात में, दियों सी जगमगाती तुम
दूर हो पूरी चुप्पी में, फिर भी पटाखों की गूंज में तुम।-
लिया गुलाब जो हाथ में
टूट कर उनके कदमों में जा गिरा
वो मुस्कुराए ऐसे जैसे बिखरी हो पंखुड़ियां
और झुकाकर सर हाथ जोड़कर चल दिया🤣-