Kuch bhi aacha nahi lga tere jaane baadJese raatain hi nah hui ho shamain baad -
Kuch bhi aacha nahi lga tere jaane baadJese raatain hi nah hui ho shamain baad
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कभी महफ़िल तो कभी शामे तेरी होगीजिन वफा की बातों की तुम तारीफ करोगे वो लिखीं मेरी होगी।तेरे हाथ पकड़ने की झिझक से तेरे गले लगने की ख्वाहिशतु साथ रह तेरे पास रहने की आदत मेरी होगी।तुम किसी और से भी इश्क फरमाएउससे की गयी अकीदत ए मोहब्बत भी मेरी होगी।एक तुकड़ा आसमान थोड़ी जमीं और कोई ढलता सूरजहर बात तेरी होगीपर सुरूर ए इश्क से भरी वो हसीन रात मेरी होगी। -
कभी महफ़िल तो कभी शामे तेरी होगीजिन वफा की बातों की तुम तारीफ करोगे वो लिखीं मेरी होगी।तेरे हाथ पकड़ने की झिझक से तेरे गले लगने की ख्वाहिशतु साथ रह तेरे पास रहने की आदत मेरी होगी।तुम किसी और से भी इश्क फरमाएउससे की गयी अकीदत ए मोहब्बत भी मेरी होगी।एक तुकड़ा आसमान थोड़ी जमीं और कोई ढलता सूरजहर बात तेरी होगीपर सुरूर ए इश्क से भरी वो हसीन रात मेरी होगी।
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वो कहता था मेरी हँसी काफी पसंद है उसे लाजमी था उसके जाने के बाद वो उसे भी ले गया_ -
वो कहता था मेरी हँसी काफी पसंद है उसे लाजमी था उसके जाने के बाद वो उसे भी ले गया_
तेरे दिवानी हूं क्या फर्क पड़ता है क्या कहता है जमाना,सच कहूं तोमुझे रास आ गया हैतेरे दर पर सरझुकाना। -
तेरे दिवानी हूं क्या फर्क पड़ता है क्या कहता है जमाना,सच कहूं तोमुझे रास आ गया हैतेरे दर पर सरझुकाना।
तेरी मौजूदगी ने ना जाने कैसे जिंदगी को सुलझा रखा हैसच तेरी बातों ने मुझे तुझमें उलझा रखा है । -
तेरी मौजूदगी ने ना जाने कैसे जिंदगी को सुलझा रखा हैसच तेरी बातों ने मुझे तुझमें उलझा रखा है ।
मेरा लिखा तो तुम छुप छुप कर पढ़ते होंफिर मुझसे क्यूं वेबजह का गुरूर रखतें हों। -
मेरा लिखा तो तुम छुप छुप कर पढ़ते होंफिर मुझसे क्यूं वेबजह का गुरूर रखतें हों।
कोई किस्सा कोई काल्पनिक बात मुझे तुझको बताना नहीं हैतुम मुझसे मिलो तो कहेंगे कि सच तुमसे दूर मैंने जाना नहीं है,तुझ से मोहब्बत का इतना एहसास है किकुछ साल बाद भी मुझे तुम्हें अपनी जिंदगी की एल्बम से हटाना नहीं है। -
कोई किस्सा कोई काल्पनिक बात मुझे तुझको बताना नहीं हैतुम मुझसे मिलो तो कहेंगे कि सच तुमसे दूर मैंने जाना नहीं है,तुझ से मोहब्बत का इतना एहसास है किकुछ साल बाद भी मुझे तुम्हें अपनी जिंदगी की एल्बम से हटाना नहीं है।
तुम जो मुझसे मेरी खुशियों के बारे में पुछ रहें होथोड़ा सोचों ज़रा तुम मुझसे अपने ही बारे में पुछ रहें हो_ -
तुम जो मुझसे मेरी खुशियों के बारे में पुछ रहें होथोड़ा सोचों ज़रा तुम मुझसे अपने ही बारे में पुछ रहें हो_
यूँ तो बहुत है ना जो मरते हैं तुम परमैं वो हूँ जो तुम्हें देख जी उठतीं हूँ _ -
यूँ तो बहुत है ना जो मरते हैं तुम परमैं वो हूँ जो तुम्हें देख जी उठतीं हूँ _