#namiii_writes
मै इन हवाओं सी बनना चाहती हूं,
मुजसे भी कोई डरे, मेरी भी किसीको चाहत हो,
बुझा पाऊ मे किसीको, जलकर मुजसे किसीको राहत हो,
कोई पुकारे मुझे सिद्धत से, किसीको मुजपर धिक्कार हो,
कोई छुने से मेरे महक उठे, किसीको छुना मेरा इन्कार हो,
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📍Gujarat, Vadodara💫
शायर हूं, दिल की बातें बताती हूं,
मेरे अपने शब्दों से, अपनी द... read more
#namiii_writes ✍
खुले आसमान मे चांद देख, खयाल तेरा आया है,
दिन बीत गया, शाम ढल गई, मेरे इश्क का मलाल फिर आया है।-
#namiii_writes ✍
न्याय करो तो समान करो,
ये एक तरफा न्याय किस काम का,
तुमने दिल लूटाया है तो मलाल करो,
यूं खामखां मुस्कुराना किस काम का।-
#namiii_writes ✍
मैं हवा का झोका, तुम बारिश की बुंदे बन जाओ ना,
मैं मुडू जिस डगर, मूज संग उस डगर मुड़ जाओ ना।-
#namiii_writes ✍
तुला आठवताच मनात शब्द फुटतात,
त्या शब्दांच्या ओळी होतात, मग त्या ओळी जूळतात,
त्या जुळलेल्या ओळींची जबरदस्त कविता तैयार होते,
ते तैयार झालेली कविता मला कवियित्री ची ओळख देते.
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#namiii_writes ✍
आज जो मैं यू मुस्कुरा रही हूं,
ये बिते हुए दुखों का फल है,
या आने वाले आंसुओ का कारण?-
#namiii_writes ✍
हैवानो की हैवानियत, कुछ इस कदर बढती गयी,
इन्साफ की नगरी मे भी, तारिख पे तारिख चढती गई,
शिकार बनी कुछ नासमज, कुछ बेसहारा मरती गई,
हैवानो की हैवानियत, कुछ इस कदर बढती गई।
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