Namrata Gupta   (Naम्रta♡)
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Joined 23 October 2021


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Joined 23 October 2021
10 JUL AT 11:53

पलकों की नमी सूख-सी गई थी
सिसकियां उस पल रुक-सी गई थी

बड़ी मुश्किल से मैं इतनी हिम्मत जुटा रही थी
सोच के भी डर लग जाए ऐसा कदम उठा रही थी

फिर अन्दर से एक हल्की सी आवाज आई
जो कोई नहीं कर पाता वो करके दिखाओगी क्या

और सुनो यूं इस तरह मरना जरा आसान लगता है
तुम जीते जी हर पल मर के दिखाओगी क्या

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31 MAR AT 23:29

सूकून की तलाश में ताउम्र भटकते रहे
खुद में कभी झांका ही नहीं सारी दुनिया में तकते रहे..

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6 JAN AT 23:14

जी भर के ले इम्तिहां ऐ ज़िन्दगी
कि अभी तो उमर बाकी है
मैं चलूं तू गिरा मैं लड़ूं तू हरा
हार के भी जीत लूंगी मैं
कि अभी तो हुनर बाकी है
अब चाहे ग़म दे या दे खुशी
सब छीन लिया है तूने तो क्या
कि अभी तो सबर बाकी है

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17 AUG 2024 AT 23:47

जीते जी चीखें अनसुनी करेंगे
मरने के बाद आवाज उठायेंगे

कुछ दिन इन्साफ की बातें होंगी
फिर सब के सब भूल जायेंगे

दरिन्दे कुछ अलग नहीं,जो कहीं और से आयेंगे
पनप रहे हैं इसी समाज में,फिर से सब दोहराएंगे

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28 JUN 2024 AT 22:35

फिर कभी किसी का इन्तजार नहीं किया
कैद हूं अन्धेरे में रोशनी का दीदार नहीं किया

उमड़ती ख्वाहिशों पर कभी अख्तियार नहीं किया
लेकिन खुद से ज्यादा किसी पर ऐतबार नहीं किया

दर्द तो तुमने दिए मैंने तो कभी तुम्हे बेजार नहीं किया
चाहत मेरी बेपनाह रही, तुमने ही कभी प्यार नहीं किया

बेवकूफ है वो लोग जो इश्क में सूकून तलाशते हैं
वो इश्क ही क्या जिसने आशिक को बीमार नहीं किया


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27 JUN 2024 AT 12:46

जो कहूं कि तुमसे प्यार है
तो शायद धोखा दे जाऊंगी

जो कहूं कि तुमसे मोहब्बत है
तो शायद निभा नहीं पाऊंगी

प्यार-मोहब्बत से परे बेहद इश्क है तुमसे
आखिरी सांस तक सिर्फ तुम्हें चाहूंगी

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27 JUN 2024 AT 10:21

जब कहने को बहुत कुछ हो
और सुनने वाला कोई नहीं होता

सलाह देने वालें हजारों हों
पर समझने वाला कोई नहीं होता

देख कर भी कोई तकलीफ न देखे
कहने पर भी किसी को यकीन नहीं होता

तब लिख लेते हैं मन के सुकून के लिए
वरना हर कोई लिखने का शौकीन नहीं होता

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24 JUN 2024 AT 21:53

अब अश्क बहाते फिरते हैं
खुशी चुराकर लाए थे
अब दर्द छुपाते फिरते हैं
अक्स गवा कर आए थे
अब खुद को ढूंढते फिरते हैं
कितना कुछ है खर्च हुआ
इस इश्क को कमाने में
जहां लुटाकर आए थे
अब तन्हा चलते फिरते हैं

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24 JUN 2024 AT 9:06

निर्माण कर रहे हैं यदि सुन्दर चरित्र
वाणी और व्यवहार संग वस्त्र चयन
ये तीनो ही बनाते हैं व्यक्तित्व
और दर्शाते हैं एक आकर्षक चित्र
साथ ही महत्वपूर्ण है वातावरण
इसलिए जांचिए-परखिए
फिर बनाईए एक अच्छा मित्र

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23 JUN 2024 AT 14:18

बस यूँही कट रहा है
जैसे बिन पढ़े कोई
मेरी कहानी का पन्ना पलट रहा है

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