Naman Sharma   (Naman Sharma)
107 Followers · 18 Following

read more
Joined 5 September 2017


read more
Joined 5 September 2017
24 JAN 2022 AT 15:07

इन फासलों की जकड़न में जकड़ के इक दूसरे को छू तक न सके हैं हम,

और हां, ये मोहब्बत भी क़ायम रहेगी इक दूसरे के बदन से बदन छूने तक।









-


22 JAN 2022 AT 20:49

फासलों में ही लिख दो चाहे लफ्ज़ दूर दूर ही लिख दो

दिल की करीबियां लिख दो चाहे लफ्ज़ "मजबूर" हूं लिख दो

-


22 JAN 2022 AT 20:45

मुश्किल है तेरी वाहों से लिपट पाना , फिर नींद लगते है तुझे ख्वाबों में देख लेता हूं









-


22 JAN 2022 AT 20:42

इस रात को भी यूं गुजर जाने दो
तुम्हारी याद में !

फासलों के मायने मुझे अकेले
थोड़ी समझना है।





-


11 DEC 2021 AT 16:16

Mohobbat ho tum Meri,
Narazgi hogi, Nafrat nahi.









-


10 DEC 2021 AT 14:39

Tu meri bahon me lipat jaa,
Me teri ankhon me kho jaun.





-


14 SEP 2021 AT 22:14

में हिन्दी माँ का बेटा हूँ,
अंग्रेजी मित्र के घर आया हूँ।



-


11 SEP 2021 AT 22:17

तुमसे कुछ अधूरी बात कहनी है।





-


3 SEP 2021 AT 23:22

कृष्ण
अम्बर में कुन्तल-जाल देख,
पद के नीचे पाताल देख,
मुट्ठी में तीनों काल देख,
मेरा स्वरूप विकराल देख।
सब जन्म मुझी से पाते हैं,
फिर लौट मुझी में आते हैं।



दिनकर

-


1 SEP 2021 AT 20:45

अब यह शोर चिढ़ता है मुझे सालगिरह पर, अब
तेरी और से जन्म दिन की बधाइयां नहीं आती।





-


Fetching Naman Sharma Quotes