नैना पाठक   (नैना पाठक)
45 Followers · 34 Following

Learner
Writer
Creator
Joined 26 November 2017


Learner
Writer
Creator
Joined 26 November 2017
20 SEP 2023 AT 11:36

खुद को निहारो तो जरा
ये जो बे फिजूली लम्हे तुमने दूसरो पर लुटाए
एक बार खुद पर लम्हा भर खर्च करो तो ज़रा

-


20 SEP 2023 AT 11:32

तुम्हे तो पंख फैला कर
इस आसमान की ऊंचाईयों को नापना

-


17 SEP 2023 AT 12:16

फिर दिल को समझाए
ख्वाइशों के बोझ तले
ये जिंदगी कट जाएं

-


17 SEP 2023 AT 11:45

चांदनी के कंगन में
चांद बैठा हैं बादलों की छाव में

-


11 SEP 2023 AT 11:20

अपनी अपनी कश्ती है
नदिया में डूब कर पार लगानी सभी को हैं

-


11 SEP 2023 AT 10:53

वही समय को बदलते है

-


11 SEP 2023 AT 10:45

चक्रवियू का पहिया घूमता हैं
कर्मकांड तुम्हारे साथ ही पलता हैं
जो न करे बहु का सम्मान
कुरुक्षेत्र में लिखा हैं उसका अंजाम

-


11 SEP 2023 AT 10:21

जिसने गलत किया है तुम्हारे साथ
उसके साथ भी गलत होगा

-


6 SEP 2023 AT 15:36

और चोट खा गए

-


24 AUG 2023 AT 10:20

बड़ा गुमान था उस चांद को अपनी खूबसूरती पर,
तिरंगे ने बता दिया मुझसे ज्यादा चाहने वाले नहीं है तेरे, इस धरती पर

-


Fetching नैना पाठक Quotes