खुद को निहारो तो जराये जो बे फिजूली लम्हे तुमने दूसरो पर लुटाए एक बार खुद पर लम्हा भर खर्च करो तो ज़रा -
खुद को निहारो तो जराये जो बे फिजूली लम्हे तुमने दूसरो पर लुटाए एक बार खुद पर लम्हा भर खर्च करो तो ज़रा
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तुम्हे तो पंख फैला करइस आसमान की ऊंचाईयों को नापना -
तुम्हे तो पंख फैला करइस आसमान की ऊंचाईयों को नापना
फिर दिल को समझाएख्वाइशों के बोझ तलेये जिंदगी कट जाएं -
फिर दिल को समझाएख्वाइशों के बोझ तलेये जिंदगी कट जाएं
चांदनी के कंगन मेंचांद बैठा हैं बादलों की छाव में -
चांदनी के कंगन मेंचांद बैठा हैं बादलों की छाव में
अपनी अपनी कश्ती हैनदिया में डूब कर पार लगानी सभी को हैं -
अपनी अपनी कश्ती हैनदिया में डूब कर पार लगानी सभी को हैं
वही समय को बदलते है -
वही समय को बदलते है
चक्रवियू का पहिया घूमता हैंकर्मकांड तुम्हारे साथ ही पलता हैंजो न करे बहु का सम्मानकुरुक्षेत्र में लिखा हैं उसका अंजाम -
चक्रवियू का पहिया घूमता हैंकर्मकांड तुम्हारे साथ ही पलता हैंजो न करे बहु का सम्मानकुरुक्षेत्र में लिखा हैं उसका अंजाम
जिसने गलत किया है तुम्हारे साथ उसके साथ भी गलत होगा -
जिसने गलत किया है तुम्हारे साथ उसके साथ भी गलत होगा
और चोट खा गए -
और चोट खा गए
बड़ा गुमान था उस चांद को अपनी खूबसूरती पर,तिरंगे ने बता दिया मुझसे ज्यादा चाहने वाले नहीं है तेरे, इस धरती पर -
बड़ा गुमान था उस चांद को अपनी खूबसूरती पर,तिरंगे ने बता दिया मुझसे ज्यादा चाहने वाले नहीं है तेरे, इस धरती पर