ढेर सपने लेकर आया था मैं जब इस दुनिया पर, तब हजारों सपने थे मेरे आज हो गए सारे पूरे, एक ख्वाब रह गई है इस बेचारे दिल पर की जमाना बदलना है मुझे यह तो बस शुरुआत है, अब तो बस खुद के सपने पूरे हुए हैं अभी तो जमाने का पूरा करना है, इरादा है मजबूत हसले हैं बुलंद संघर्ष है किया मैंने, तो सफलता भी पाया है मैंने।
जिंदगी मिली है रहस्यों से भरी, मन करता है उसे ढूंढने चालू, एक बात रोक लेता है मुझको की रहस्य तो खुद के अंदर ही है, बस उसे ढूंढने की देरी है उसे ढूंढने कही ना निकलना पड़ता बस खुद के मन में सोचो ध्यान से, उत्तर तुम्हारे पास है।
रूकावटे चाहे कितनी भी आए मगर हम रुकेंगे नही दिल चाहे कितनी बार भी टूटे, मगर हम आप से रिस्ता तोड़ेंगे नहीं हमे वादा है आप से की हम आपको कभी छोड़ेंगे नहीं, दिल से लगाकर रखेंगे आपको क्युकी हम खुद से ज्यादा जानते है आपको गैर तो बोलेंगे रिस्ता तोड़ दे, किसी और से अपना रिस्ता जोड़ दे मगर हम ना जोड़ने वाले रिस्ता किसी से, क्युकी हमे है प्यार सिर्फ प्यार आपसे मौत जिंदगी के बीच में हम आपको चुनेंगे,मौत हमे गले लगाए उससे पहले हम आपको गले लगाएंगे हमे वादा है आप से।
मुलाकात है.. हमे है करनी आप से बात है क्यू ना समझते हमारे दिल की बात हमे है चाहिए आपका साथ तो दो ना यारा साथ हमारा.. हमे है कब से इंतजार तुम्हारा क्यू करते हो देरी इतनी हमे है तुमसे प्यार इतनी...
जो संघर्ष से जीता है,संघर्ष करता है,बही सफल बनता है हमारे जीवन में सफलता हमे उतना सुख नहीं देती जितना की हमे संघर्ष देता है सफलता हमे संघर्ष करने के बाद प्राप्त होती है मगर हम जब सफल हो जाते है तब हमे सफलता याद नहीं आती हमे उस सफलता के लिए किया हुआ संघर्ष याद आता है क्युकी संघर्ष से ही सफलता मिलती है और संघर्ष हमे मर्त से स्वर्ग तक का रास्ता दिखा देता है,अपने जीवन में संघर्ष जितना करोगे उतना ही जादा सफल बनोगे उतना ही जादा खुद को पहचानोगे,संघर्ष ही हमारे जीवन का एक मात्र शिक्षक होता है जो हमे जीना सिखाता है।इसी लिए जियो तो जियो संघर्ष से जियो क्यूकी आराम की जिंदगी फिलहाल सुख देती है मगर बाद में जरूर दुख देगी और संघर्ष फिलहाल दुख देगी मगर तुम अगर उस दुख कष्ट को सह कर आगे बढ़े तो वो तुम्हे जिंदगी भर सुख ही सुख देगी।जय हिंद।
मु से ना सही अपने दिल से कहो.. की तुम मुझे कितना चाहते हो हद से ज्यादा या हद से कम बता दो मुझे आज ही तुम.. मु से नही तो दिल से सही मगर मताओतो सही.. की चाहते हो कितना हमको मुस्कुरा कर ही सही मगर बताओ तो सही...
रोज नए सपने देखता हु रोज नए काम करता हु, रोज नए जमाने से लड़ता हु रोज पुराने खयालात सब छोड़ता हु रोज पुराने दिन सब भुला देता हु यूही नही में बीच में लटक जाता हु, नए पुराने खेल में यू सिमट जाता हु फिर आग बनकर रोशनी की तलाश में यू लग जाता हु, यूही नही में सफल बन जाता हु।
सपनो की जो छड़ी हो औकात से बड़ी हो तभी जिंदगी में.. संघर्ष बढ़ेगा संघर्ष के चलते.., लक्ष मिलेगा लक्ष के मिलते ही.. तुम्हे नया मुकाम मिलेगा मुकाम के मिलते ही ताकत मिलेगा.. होसला,भोरोसा,सफलता मिलेगा फिर जिंदगी बंजाएगी बड़ी तुम्हारी क्युकी सपने भी थे बड़े तुम्हारे...