रुक मत अब कभी,
बदलने है विचार।
गिरना तो है जरूरी,
दुख को भूलना कई बार।
उड़ चल उठ कर
फिर से एक बार।
समय के अंत मे
है खुशियों का अंबार।
चलता जा उसी डगर पर,
मंजिल है उस पार...-
या तुम्हारे होने की दुआ करते,
नम आंखों में तुम्हारी तसवीर आयी है,
गर आंखे बंद करु तो गुम न हों जाए ये झलक,
यही सोच में इस खालीपन में,
आँसुओ की मोतिया जड़ते।-
तू क्यों रोता हैं,
है क्या तेरा जो तू सोचता है।
उठ अब, लक्ष्य की एक नदी
और अटल इरादों की एक बाँध बना,
धैर्य से अपने, ये भी पार कर जाएगा,
तू रुक मत,
एक वक्त जरूर आएगा।
एक वक्त जरूर आएगा।।-
समय की एक ख़ास बात है,
दिखा जाती है तुम्हारी कितनी औकात है।
दे, तुभी एक मिसाल पलट कर,
वरना पीछे रह जायेगा,
तू रुक मत,
एक वक्त जरूर आयेगा।
एक वक्त जरूर आयेगा।।-
अतीत के किस्से निकलेंगे हर ओर,
जो देंगे तुम्हारे संकल्प को झकझोर।
रहने दो दफन नाकामयाबी को,
अभी जलती आग ही है मेरे अंदर,
बुझ जाए तो दो फूल युही खिलेंगे,
फिर ढूंढ लेना राख न मिलेंगे।-
बदलने लगा हूँ खुद को।
है सबक हर एक मुकाम पर, ढूंढने लगा हु वजूद को।
डाँट से लिपटे शब्द ने, दिखाई नई पहचान है,
समय किसी के लिए कहा रुका, यही प्रत्यक्ष प्रमाण है।
समझ गया हूं अतीत के भूल को,
ज़िन्दगी की डाँट ख़ा के
बदलने लगा हूँ खुद को।
-
न चाहकर यादे युही संजोते है।
रोते है, मुस्कुराते है,
नम आखो को तस्सली दिलाते है।
लिखे हुवे अल्फ़ाज़, गुम न हो जाये गिरते आँसुओ से,
लम्हो को दिल मे लिखकर, पन्नो से मिटाते है।
लिखते है , मिटाते है ।।
-
एक लम्हा एक मंजर गुजर जाता है
जब कोई अपना बेगाना सा नज़र आता है
यू तो आती है, हर शीशे के टूटने से आवाज,
पर कभी कभी बिना आवाज के सब कुछ टूट जाता है।-
sitaro ki duniya me apna ek ashiyana tha,
sath me uske kuchh lamha bitana tha ,
pyar h mujhe usse kitna ye jtana tha ,
viraanniyo se dur usse apnana tha,
hai iss duniya me uske liye koi ye batlana tha,
aaj mujhe lga ki mere paas hai sirf uss lmhe k yaade aur tanhayi,
kyuki wo pal do pal ka fsana tha,,
sirf or sirf fsana tha-