कसूर मेरा था या गलती तेरी,,,,
जो भी था बस यहीं तक था,,,-
की हारी नहीं हूं अभी ,
अभी जान बाकि हैं
नैनों की खता का ,
अंजाम बाकि हैं
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Kee Khtm huaa silsila , chahat bhi haar gyi
Ushe jeene ki kosis me, main khud bhi mar gyi-
खामोश है कुछ ऐसे कलम उदास है मेरी
फराज़ दिल की चीखे कुछ लिखने नही देती
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रूह का रूह से इक एहसास होता है ....
दोस्त दूर रहकर भी अक्सर पास होते है....
मुश्किलों में जब साथ छोड़ देता है जमाना सारा ....
इक परछाई दोस्त के रूप में हमेशा साथ होती है ....
Happy friendship day
👬💞👫💞👭-
हमेशा तो नहीं होगा ना
ये साथ तुम्हारा मेरा
कभी तो छूटेगा ही ना
ये हाथ तुम्हरा मेरा
तुम आसमां के चाँद से
मैं जमीन का छोटा सा जुगनु हूँ
कभी तो टकरायेगा ना
ये अस्तित्व तुम्हरा मेरा
मैं वीरान पड़ा इक गावँ हूँ
तुम चमकता कोई शहर हो
कभी तो जुदा होगा ही ना
ये रास्ता तुम्हरा मेरा
कभी तो छूटेगा ही ना
ये साथ तुम्हरा मेरा
हमेशा तो नहीं होगा ना
ये साथ तुम्हरा मेरा-
कैसे भूल पायेंगे इतनी जल्दी उसको....
जिसको बहुत धीरे-धीरे समझा है मैनें ....
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मैं कोशिश बहुत करती हूँ....
चेहरा धुंधला है आपका इन आंखो में मेरी
फिर मैं इन आंखो से बहुत झगड़ती हूँ ...
समझा के इस हारे मन को
फिर एक और कोशिश मैं करती हूँ ...
तस्वीर नहीं बनती मुझसे
हाँ मैं कोशिश बहुत करती हूँ ....-
मुझें समझने का दावा करते हो
फिर भी कहा सब कुछ समझते हो
मेरे लफ्जों से ज्यादा मेरी आँखे बयाँ करती है
हाल-ए-दिल मेरा
तुम मेरी आँखे कहा पढ़ पाते हो-