Mere mushkuraate chehare ko dekhakar Tum kya smjhoge, Mujhe toh Vo nHi smjh paya jisne mushkurana sikhaya.. -
Mere mushkuraate chehare ko dekhakar Tum kya smjhoge, Mujhe toh Vo nHi smjh paya jisne mushkurana sikhaya..
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खामियां, हर सख्स मे होती है, काश तुम मेरी खामियों को नजरंदाज कर, मेरी खूबियों को पहचान पाते! -
खामियां, हर सख्स मे होती है, काश तुम मेरी खामियों को नजरंदाज कर, मेरी खूबियों को पहचान पाते!
खुद के लिए जीना। मैंने सीख लिया है, खुद से बातें करना। मैंने सीख लिया है, छोटे छोटे पलों मे खुशियाँ ढूँढना। मैंने सीख लिया है, लोगो की बातों को नजरंदाज करना!! -
खुद के लिए जीना। मैंने सीख लिया है, खुद से बातें करना। मैंने सीख लिया है, छोटे छोटे पलों मे खुशियाँ ढूँढना। मैंने सीख लिया है, लोगो की बातों को नजरंदाज करना!!
जहाँ माँ होती है| -
जहाँ माँ होती है|
जो अंदर ही अंदर इंसान को खत्म कर देती है! -
जो अंदर ही अंदर इंसान को खत्म कर देती है!
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कुछ इस तरह इजहार किया उसने अपने प्यार का, ना हम इंकार कर पाए , ना हम इकरार कर पाए। -
कुछ इस तरह इजहार किया उसने अपने प्यार का, ना हम इंकार कर पाए , ना हम इकरार कर पाए।
मुझे नही चाहिए आपसे कुछ भी, बस आपका साथ होना काफी है। गले से नही लगा सकते? कोई बात नही , आपके हाथ मे मेरा हाथ होना काफी है।। -
मुझे नही चाहिए आपसे कुछ भी, बस आपका साथ होना काफी है। गले से नही लगा सकते? कोई बात नही , आपके हाथ मे मेरा हाथ होना काफी है।।
पत्ते भी राज छुपाते है,जमीं पर कुचले जाते है! दूर होते है पेड़ से, अपनी कहानी आग को सुनाते हैं। -
पत्ते भी राज छुपाते है,जमीं पर कुचले जाते है! दूर होते है पेड़ से, अपनी कहानी आग को सुनाते हैं।
जिंदगी के कौन से मोड़ पर खड़े है हम, तुझसे ही गले मिलकर तेरी ही शिकायत करने को जी चाहता है।। -
जिंदगी के कौन से मोड़ पर खड़े है हम, तुझसे ही गले मिलकर तेरी ही शिकायत करने को जी चाहता है।।