अब शिकायतें करू भी तो कैसे,
मेरी हर लिखावट के अंत का पूर्ण विराम हो तुम.....
तुम्हें जान कर या गलती से भूलू भी तो कैसे, मेरे कोलाहल भरे जीवन का आराम हो तुम.....
और ये सवाल जवाब उत्तर प्रतिउत्तर, न तो जानना है मुझे, न ही बताना चाहती हूँ मैं.....
बस इतना जान लो अगर ये कोई कहानी है, तो मै इसकी सीता और इस कहानी के श्री राम हो तुम.....-
जो झूठ लिखूँ,
तो तुझको अपना लिख दूँ,
जो सच लिखूँ,
तो खुदको तेरा लिख दूँ,
जो लिखना चाहूँ प्रेम प्रसंग
मेरा और तुम्हारा,
अन्त में हार कर,
बस एक सपना लिख दूँ......-
तेरी यादों के सहारे ज़िन्दगी गुज़ार देंगे हम......
तेरी ज़रूरत नहीं,
तेरे सजदे में अपना सब हार लेंगे हम......-
एक और दफ़ा तुम्हें पलट कर देख लूँ, हर दफ़ा ये ख़्याल गलत तो नहीं.....
दोनों हाथ थाम कर अपने क़रीब खींच लूँ, हर दफ़ा ये ख़्याल गलत तो नहीं.....
अपनी बाजुओं में तेरे हाथों को समेट लूँ, हर दफ़ा ये ख़्याल गलत तो नहीं.....
जब जब तू मुस्कुराए तेरे होंठों को पी लूँ, हर दफ़ा ये ख़्याल गलत तो नहीं.....
तेरे ख्यालों में खो जाऊँ या तस्वीरें संजो लूँ, हर दफ़ा ये ख़्याल गलत तो नहीं.....
तुझको अपना बना लूँ या ख़ुद तेरी हो जाऊँ, हर दफ़ा ये ख़्याल गलत तो नहीं.....
उचित अनुचित त्याग कर बस तुझसे प्रेम बढ़ाउँ, हर दफ़ा ये ख़्याल गलत तो नहीं.....-
दस बार खुदको आईने में निहारने लगी हूँ,
जो बाल पहले बिखरे रहते थे उन्हें अब सँवारने लगी हूँ,
तुझे तो बस मोहब्बत दिखती है मेरी,
हाय, क्या बताऊँ
अब तो तुझपे जान भी वारने लगी हूँ.................-
वो कहते हैं कुछ अल हमारी उल्फ़त पर भी फ़रमाईय कभीे,
मै पूछती हूँ इस कलम का लिखा समझ पायेंगे क्या आप ?-
आगाज़-ए-मोहब्बत बेहद़ ही हो तो अच्छा है,
नसीब तो कुछ यूँ खेल दिखाता है, जिसने एक कृष्ण-राधा को भी न होने दिया...............-
अक्स़र जब बहुत कुछ होता है कहने को........
तो लोग लबों पर चुप्पी और निगाहों मे कहानियाँ छुपाए फ़िरते हैं.............-
कुछ यूँ मुकम्मल है वो मुलाकात हमारी
अब तुम्हारे सिवा कोई और जँचता ही नहीं...................-
your eyes are like ocean🌊
I wanna dive into it😊
Your lips are the cherry🍒
I hope that are sweet🍫
Your smile is a drug💊
I forget what i feel✨
If you feel the same💫
i'll definitely kneel❤️-